गाजीपुर: सिर्फ महिलाओं की ही नहीं बल्कि पूरे भारतीय शासन व्यवस्था की पथ प्रदर्शक एवं राष्ट्रीय सभ्यता और संस्कृति की अनमोल धरोहर है अहिल्याबाई होलकर यह बात शुक्रवार को जमानिया नगरपालिका सभागार में आयोजित अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के सम्मेलन मे मुख्य अतिथि भाजपा नेता पूर्व जिलाध्यक्ष कृष्ण बिहारी राय ने कही उन्होंने कहा कि कम उम्र मे धार्मिक प्रतिभा का ऐसा प्रदर्शन जिसने राजा को पुत्र बधु बनाने के लिए विवश होना पड़ा। जिम्मेदारी ऐसी की पति पुत्र और ससुर के निधन के बाद भी मुगलो एवं अंग्रेजो से लोहा लेकर सामाजिक, सांस्कृतिक ,एवं धार्मिक लक्ष्यों के प्रति राज्य की सीमा ही नहीं वल्कि सम्पूर्ण भारत मे काम करना यह हमारी सभ्यता और संस्कृति का मजबूत तथा गौरवशाली अध्याय है उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण की प्रतीक,देवी अहिल्याबाई होलकर ने ही बाबा विश्वनाथ के मंदिर को वर्तमान स्वरूप देने का काम किया था। राष्ट्र निर्माण के कार्यों के लिए देश के लोगों को कर्तव्यपथ की दिशा दिखाने के लिए देवी अहिल्या को देश सदैव याद रखेगा।
नगर पालिका अध्यक्ष जयप्रकाश गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि राजतंत्र में लोकतंत्र की चेतना से दीप्त राजमाता का शासन काल आज भी सुराज और सुशासन के लिए एक आदर्श मानक है।
कार्यक्रम में नगर क्षेत्र के आशा बहुएं, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, समूह की महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य महान शासिका और समाज सुधारक रानी अहिल्याबाई होलकर के 300 वें जन्मोत्सव को गरिमामय ढंग से मनाना और उनके द्वारा देश के प्रति दिए गए योगदान को जन-जन तक पंहुचना था।
कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष तारकेश्वर वर्मा, कार्यक्रम संयोजक पूर्व मंडल अध्यक्ष अनिल कुमार गुप्ता,, महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष पुष्पा निषाद,ज्योत्सना कुशवाहा, सुमन मौर्य,मीडिया प्रभारी संजीत यादव सहित कई अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे।
महिला सशक्तिकरण की प्रतीक अहिल्याबाई होलकर -कृष्णबिहारी राय
