गाज़ीपुर: हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर गाजीपुर पत्रकार एसोसिएशन की ओर से जिला पंचायत सभागार में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जनपद न्यायाधीश धर्मेन्द्र पाण्डेय ने अपने संबोधन में कहा कि पत्रकारों की यह ज़िम्मेदारी है कि वे भ्रष्टाचार को बेनकाब करें। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में चुनौतियां होती हैं, लेकिन ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ काम करने की जरूरत है। दरअसल इस कार्यक्रम में न्यायपालिका, चिकित्सा और पत्रकारिता से जुड़ी जानी-मानी हस्तियों ने शिरकत की और पत्रकारिता की भूमिका, चुनौतियों और सामाजिक जिम्मेदारियों पर गंभीर मंथन हुआ।
वहीं अपर सत्र न्यायाधीश शक्ति सिंह ने पत्रकारों और न्यायाधीशों की भूमिका को एक समान बताते हुए कहा कि दोनों ही कलम के सिपाही हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में पत्रकारों की जिम्मेदारी और बढ़ गई है क्योंकि अब झूठ तेज़ी से फैलता है, जबकि सत्य को संघर्ष करना पड़ता है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश विजय कुमार ने पत्रकारों को लोकतंत्र का प्रहरी बताते हुए कहा कि जनचेतना फैलाने में उनकी भूमिका ऐतिहासिक रही है, और आजादी भी इसी चेतना का परिणाम है।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नूतन द्विवेदी ने पत्रकारों को भरोसा दिलाया कि बिना वजह किसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका हमेशा निष्पक्षता के सिद्धांत पर काम करती है।
कार्यक्रम में होम्योपैथिक कॉलेज के प्राचार्य प्रो. डॉ. राजेन्द्र सिंह राजपूत ने कहा कि पत्रकारिता पहले भी चुनौतियों से घिरी थी और आज भी है, लेकिन जरूरी है कि पत्रकार अपनी विश्वसनीयता बनाए रखें।
मुख्य अतिथि मुन्नीलाल पाण्डेय ने चौथे स्तम्भ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पत्रकारों को चाहिए कि वे निडर होकर सच जनता के सामने लाएं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सूर्यवीर सिंह ने कहा कि पत्रकारों को अक्सर प्रतिकूल परिस्थितियों में काम करना पड़ता है, लेकिन डरने की बजाय सत्य और ईमानदारी के साथ काम करते रहना चाहिए।
सिविल बार अध्यक्ष रामयश यादव ने अधिवक्ताओं और पत्रकारों को एक-दूसरे का सहयोगी बताया और यह जानकारी दी कि मेडिकल कॉलेज में पत्रकारों के लिए एक अलग काउंटर बनाया गया है ताकि उन्हें इलाज में किसी तरह की असुविधा न हो।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने की, जबकि मंच का संचालन महासचिव आशुतोष त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर जिले के प्रमुख पत्रकार, बुद्धिजीवी और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे। जिनमें डॉ. सानंद सिंह, सुमंत सकरवार, इन्द्रासन यादव, चंद्रमौलि पाण्डेय, प्रभाकर सिंह, अभिषेक सिंह, प्रमोद यादव, काशी सिंह, मुमताज, रविकांत पाण्डेय, डॉ. ए. के. राय, विनय सिंह, अभिनव चतुर्वेदी, दुर्गविजय सिंह, आलोक त्रिपाठी, विनोद गुप्ता, सुशील उपाध्याय, मोहन तिवारी, अविनाश प्रधान, जितेंद्र यादव, प्रमोद सिन्हा, कमलेश यादव, रामजनम कुशवाहा, अरुण श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।