पुराने कार्यकर्ताओ को बेवजह संगठन से निष्काषित करना भाजपा को को पड़ सकता है भारी

अन्यत्र दलों से आये लोग भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओ पर पड़ रहे है भारी
कुशीनगर । भाजपा पिपरा बाजार मण्डल की नई कार्यकारणी समिति गठन में मण्डल अध्यक्ष व उनके कुछेक सहयोगियों द्वारा मनमानी करते हुए पुराने कार्यकर्ताओ को दरकिनारा कर अन्य पार्टियों से आये नए लोगो को जिम्मेदारी देने से पुराने कार्यकर्ताओ में काफी रोष व्याप्त है।कार्यकर्ताओ का गुस्सा तब और बढ़ गया जब पूर्व मण्डल अध्यक्ष द्वारा मण्डल के बनाये गए वाट्सप ग्रुप में उन्हें अपनी बाद रखने की पावंदी लगाते हुए ग्रुप लाक कर दी गई।कुछ मिला कर पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं की अनदेखी करना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है साथ ही अन्य विरोधी दल वाले भी उनकी खूब हँसी उड़ा रहे है।
बिदित हो की पिपरा बाजार मण्डल के अध्यक्ष का चुनाव होने के बाद नए मण्डल अध्यक्ष व उनके सहयोगियों द्वारा कार्यकारिणी समिति का गठन किया गया।जिसमें उनके द्वारा पुराने कार्यकर्ताओ को जिम्मेरारियो से दूर रखते हुए अन्य तमाम दलों से आये परता पार्टी के नए लोगो को प्रमुख जिम्मेदारियों से नवाजा गया व कुछ लोगो के एक ही परिवार मे तीन लोगो को पद दिया गया ।जिससे पिपरा बाजार मण्डल के पुराने कार्यकर्ता काफी दुखी है।उनका कहना है कि शीर्ष नेतृत्व का निर्देश था कि मण्डल समिति के गठन में 60-40 का अनुपात रहेगा अर्थात 60 पुराने कार्यकर्ता और 40 प्रतिशत नए कार्यकर्ता को मिलाकर समिति का गठन करना है परन्तु इस समिति में पुराने 16 कार्यकर्ताओ में से सिर्फ 3 को ही जगह मिली है इससे नए मण्डल अध्यक्ष व उनके सहयोगियों की मनमानी साफ झलक रही है।कुछ कार्यकर्ता तो यहाँ तक कह रहे है कि पहले भाजपा में संगठन नेता का चुनाव करते था परंतु आज के भाजपा में नेता संगठन बना रहे है। कार्यकर्ताओ ने कहा की हम लोग आजीवन भाजपा में रहे है बूथ स्तर से संगठन के साथ जुड़े रहे परन्तु आज कुछ नए चेहरे आकर हमे दरकीनारा कर दिए।कुछ कार्यकर्ताओ ने तो सीधे तौर पर सदर विधायक को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि बिधायक द्वारा अपने लोगो को संगठन के महत्वपूर्ण पदों पर आसीन किया गया है जिससे उनकी मनमानी चलती रहे।खुदा न खस्ता यदि बिधायक कभी भाजपा का दामन छोड़ते है तो संगठन पूरी तरह कमजोर हो जाएगा।क्योकि उनके लोग तो उनके साथ ही होंगे तो संगठन कौन चलाएगा।फिरहाल जो भी हो मण्डल समिति गठन को लेकर पुराने भाजपा कार्यकर्ता शिर्ष नेतृत्व से उक्त गठन के जांच कराने की मांग किये है अन्यथा की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी भी दिये है।