अहमदाबाद – गुरुवार दोपहर शहर एक बड़े हादसे का गवाह बना, जब एयर इंडिया की एक इंटरनेशनल फ्लाइट उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह विमान लंदन की ओर रवाना हुआ था लेकिन तकनीकी खामी के चलते शहर के बी.जे. मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की इमारत पर आ गिरा।
क्या हुआ हादसे में?
एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने दोपहर 1:39 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरी। टेक-ऑफ के करीब 30 सेकंड बाद ही विमान में तकनीकी दिक्कत आने के कारण वह सीधे हॉस्टल परिसर पर गिर पड़ा। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 11 बच्चे और 2 नवजात भी शामिल थे। हॉस्टल में उस समय मेडिकल छात्र दोपहर के समय मौजूद थे, जिससे वहां भी भारी जानमाल का नुकसान हुआ।
पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की दुखद मृत्यु
इस भयावह हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी भी मौजूद थे। वे निजी यात्रा पर अपनी पत्नी और बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। उनकी आकस्मिक मृत्यु की पुष्टि होते ही पूरे राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
एकमात्र जीवित यात्री और चश्मदीद
इस दुर्घटना में सिर्फ एक व्यक्ति बच पाया जिनका नाम रमेश विश्वास कुमार है। उन्होंने बताया कि विमान में एक जोरदार धमाका हुआ, फिर चारों ओर आग और धुआं फैल गया। किसी तरह पीछे की ओर एक इमरजेंसी खिड़की से बाहर निकलकर उन्होंने अपनी जान बचाई।
जांच और रेस्क्यू कार्यवाही
घटना के तुरंत बाद सेना, NDRF और दमकल विभाग की टीमें राहत कार्य में लग गईं। भारी मलबा हटाने के लिए क्रेनों का उपयोग किया जा रहा है। शवों की पहचान डीएनए जांच के जरिए की जा रही है क्योंकि अधिकांश जले हुए हैं। दुर्घटना के कारणों की गहराई से जांच भारत की विमान दुर्घटना जांच इकाई (AAIB), अमेरिका की NTSB, बोइंग कंपनी और GE एयरोस्पेस द्वारा की जा रही है।
प्राथमिक संकेत – लैंडिंग गियर दोष
प्रारंभिक तकनीकी रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि उड़ान के समय विमान का लैंडिंग गियर खुला हुआ था, जिससे संतुलन बिगड़ा और हादसा हुआ।
मुआवजा और सरकारी ऐलान
एयर इंडिया ने मृतकों के परिवारों के लिए ₹1 करोड़ रुपये की सहायता राशि घोषित की है। राज्य सरकार ने भी घायलों के नि:शुल्क इलाज और सहायता की घोषणा की है।
निष्कर्ष
अहमदाबाद का यह हादसा न सिर्फ तकनीकी असफलता का उदाहरण है, बल्कि यह पूरे राज्य और देश के लिए गहरा झटका भी है। एक अनुभवी राजनेता की मृत्यु के साथ-साथ सैकड़ों लोगों का जीवन इस त्रासदी में समाप्त हो गया। अब सभी की निगाहें जांच एजेंसियों पर टिकी हैं कि आखिर ऐसा भीषण हादसा क्यों और कैसे हुआ।