घोसी, मऊ। पुलिस सिर्फ कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए नहीं बल्कि जनता की सुरक्षा और मदद के लिए भी होती है। इसी का उदाहरण घोसी पुलिस ने तब पेश किया जब मधुबन मोड़ पर रोती-बिलखती मिली एक मासूम बच्ची को महज एक घंटे के भीतर उसके पिता से मिलाकर परिवार को राहत दी। सोमवार की देर शाम को घोसी के मधुबन मोड़ पर राहगीरों ने एक छोटी बच्ची को रोते हुए देखा। वह सहमी हुई थी और अपने पिता को ढूंढ रही थी। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार सिंह और कस्बा प्रभारी सूरज सिंह ने बिना देर किए टीम के साथ मौके पर पहुंचकर बच्ची को सुरक्षित अपनी देखरेख में लिया। पुलिस ने बच्ची से प्यार से बात कर उसकी पहचान का सुराग निकालने की कोशिश की और इलाके में तलाश शुरू कर दी।पुलिस टीम ने स्थानीय दुकानदारों और लोगों से पूछताछ की। इस कोशिश का नतीजा यह रहा कि महज एक घंटे के भीतर बच्ची के पिता का पता लगा लिया गया। जब पुलिस ने मासूम को उसके पिता के सुपुर्द किया तो भावुक पिता की आँखों में आंसू छलक आए। इस त्वरित कार्रवाई के लिए स्थानीय लोगों ने घोसी पुलिस की संवेदनशीलता और तत्परता की सराहना की। परिजनों ने भी पुलिस का आभार जताते हुए कहा कि उनकी मुस्तैदी ने एक अनहोनी को टाल दिया। घोसी पुलिस की इस मानवीय पहल ने साबित कर दिया कि वे सिर्फ अपराधियों की धरपकड़ ही नहीं बल्कि समाज की सेवा में भी पूरी जिम्मेदारी से तत्पर रहते हैं। उनकी यह कोशिश जनता के बीच पुलिस के प्रति विश्वास को और मजबूत करती है।
मासूम बच्ची को घोसी पुलिस ने पिता से मिलाया, एक घंटे में परिजनों का लगाया सुराग
