कुशीनगर।
लंबे संघर्ष और आमरण अनशन के बाद आखिरकार प्रशासन ने पिपरा बाजार स्थित प्राचीन पोखरे से अतिक्रमण हटवाकर महंथ शत्रुघ्न दास के आंदोलन को सफल बना दिया। सोमवार को तहसीलदार पडरौना के नेतृत्व में पहुँची प्रशासनिक टीम ने अतिक्रमणकारियों के घरों पर बुलडोजर चलवाकर कब्जा मुक्त कराया। इस कार्रवाई में खंड विकास अधिकारी विशुनपुरा भी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि पोखरे की हद पर कुछ लोगों ने न केवल अवैध निर्माण कर लिया था बल्कि पोखरे में गंदे पानी और अन्य अविष्ट पदार्थो का निकास भी बना दिया था। इसके विरोध में रामजानकी मंदिर के महंथ शत्रुघ्न दास वर्षों से अधिकारियों से गुहार लगा रहे थे। बार-बार केवल आश्वासन मिलने से क्षुब्ध होकर उन्होंने रविवार सुबह अपने सहयोगियों के साथ आमरण अनशन शुरू कर दिया।
महंथ के इस आंदोलन को हिन्दूवादी संगठनों का भी पूरा समर्थन मिला। अनशन की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया और सोमवार को कब्जा हटवाने की कार्यवाही की गई। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अनशनकारियों की सेहत का भी परीक्षण किया।
सुरक्षा की दृष्टि से नेबुआ नौरंगिया थानाध्यक्ष दीपक कुमार सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर डटे रहे। कार्रवाई पूरी होने के बाद महंथ शत्रुघ्न दास ने अनशन समाप्त कर दिया और कहा कि यह जीत समाज और धर्म की रक्षा के लिए है।वही जिनका अतिक्रम हटा है उनका कहना है कि उक्त मामले में तहसीदार न्यायालय में बाद चल रहा है व उक्त वाद मे न्यायालय से स्थगन आदेश जारी है जिसमे आज ही ताखीर था।बिना किसी पूर्व सूचना व नोटिस दिये ही प्रशासन द्वारा निर्माण पर बुलडोजर चलवाना समझ से परे है।