- भारत के चुनाव प्रबंधन को नई दिशा देने मधुबन एसडीएम राजेश अग्रवाल की पहल
- अंतरराष्ट्रीय मंच से देशभर के अधिकारियों को किया संबोधित
नई दिल्ली। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत की राजधानी में India International Institute of Democracy and Management द्वारा आयोजित भव्य अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद की मधुबन तहसील के एसडीएम राजेश अग्रवाल ने पहली बार देशभर के चुनाव अधिकारियों के समक्ष अपने विचार प्रकट कर क्षेत्र और राज्य का नाम रोशन किया।
यह ऐतिहासिक अवसर तब मिला जब देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त, नई दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सहित शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में चुनाव प्रबंधन पर विमर्श हुआ। इस मंच पर राजेश अग्रवाल ने भारत में चुनावी प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, सुदृढ़ और तकनीक-संपन्न बनाने को लेकर अपने विचार प्रस्तुत किए।
राजेश अग्रवाल ने चुनावों के दौरान आने वाली जमीनी चुनौतियों, ईवीएम की विश्वसनीयता, बूथ लेवल मैनेजमेंट, मतदाता जागरूकता अभियानों और युवा मतदाताओं की भागीदारी जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की नींव जितनी मजबूत होगी, उतना ही देश का भविष्य उज्ज्वल होगा।
उनके वक्तव्य को देश के वरिष्ठ चुनाव अधिकारियों द्वारा न केवल सराहा गया, बल्कि इसे एक “मॉडल प्रेजेंटेशन” के रूप में मान्यता भी मिली। अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत कुछ व्यवहारिक सुझावों को आगामी चुनावों में लागू करने पर भी विचार किया जा रहा है।
इस उपलब्धि से मधुबन ही नहीं, पूरा हरियाणा गौरवान्वित हुआ है। यह न केवल प्रशासनिक क्षमता की एक मिसाल है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि छोटे कस्बों से निकलने वाले अधिकारी भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा सकते हैं।
स्थानीय नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने एसडीएम राजेश अग्रवाल को इस उपलब्धि के लिए बधाइयां दी हैं और उम्मीद जताई है कि भविष्य में वे ऐसे ही मंचों पर हरियाणा और भारत की नीतियों को मजबूती से प्रस्तुत करते रहेंगे।
Edited by Umashankar