*अनेकता में एकता का संदेश देगी घोसी की फूलों वाली होली*
घोसी, मऊ। घोसी संघर्ष समिति द्वारा आयोजित फूलों वाली होली का आयोजन इस वर्ष भी पूरे हर्षोल्लास और भाईचारे के साथ मनाया जाएगा। सोमवार की रात 9 बजे समिति की बैठक पांडेय मेडिकल हॉल पर अध्यक्ष अरविंद कुमार पांडेय की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में होली के इस विशेष आयोजन को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। अध्यक्ष अरविंद कुमार पांडेय ने बताया कि इस बार होली 14 मार्च को मनाई जाएगी जो कि रमजान के पावन महीने में पड़ रही है। उन्होंने कहा कि जब ईश्वर हमें अलग नहीं करता तो हमें भी अपने त्योहारों को आपसी सौहार्द और प्रेम के साथ मनाना चाहिए। इस बार होली के दिन जुमे की नमाज भी होगी जिससे यह पर्व अनेकता में एकता का संदेश देगा।
*सात वर्षों से चली आ रही है परंपरा*
समिति के सदस्य खुर्शीद खान ने बताया कि घोसी में पिछले सात वर्षों से हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को मजबूत करने के लिए फूलों वाली होली खेली जा रही है। इस परंपरा को आगे भी जारी रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जुमे की नमाज के बाद हिंदू-मुस्लिम सभी भाई आपस में गले मिलकर फूलों की पंखुड़ियों से होली खेलेंगे। शेख हिसामुद्दीन ने भी इस आयोजन को आपसी सौहार्द और भाईचारे को बढ़ावा देने वाला बताते हुए कहा कि घोसी संघर्ष समिति हमेशा से जाति-धर्म से ऊपर उठकर समाज की भलाई के लिए काम करती रही है और आगे भी करती रहेगी।
*नगर में शांति और सौहार्द का प्रतीक है यह आयोजन*
समिति के सदस्य सुदर्शन कुमार ने बताया कि फूलों वाली होली में सभी समुदायों के लोग जातिगत बंधनों को तोड़कर शामिल होते हैं। यह आयोजन नगर में आपसी प्रेम और सौहार्द को मजबूत करने का कार्य करता है और एक मिसाल बन चुका है।
*होली जुलूस का रूट तय*
घोसी संघर्ष समिति द्वारा आयोजित फूलों वाली होली का जुलूस होली के दिन दोपहर 2:30 बजे जुमे की नमाज के बाद राजेश जायसवाल के मकान से शुरू होकर मझवारा मोड़ और गांधी तिराहा तक जाएगा। इस बैठक में अब्दुल मन्नान खान, सुदर्शन कुमार, खुर्शीद खान, शेख हिसामुद्दीन, अरविंद मौर्य, हरेंद्र चौरसिया, नेहाल अख्तर, राजेश जायसवाल, मेराज खान, हाफिज जावेद, शमशाद अहमद, अबरार अहमद सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। अंत में अध्यक्ष अरविंद कुमार पांडेय ने सभी का आभार व्यक्त किया और फूलों वाली होली में अधिक से अधिक संख्या में समय से पहुंचने की अपील की।