संवाददाता: त्रिलोकी नाथ राय
सैदपुर (गाजीपुर) : भगवान सहस्त्रबाहु का जयंती समारोह मंगलवार की शाम दयानंद बाल विद्या मंदिर स्कूल में धूमधाम से मनाया गया। वक्ताओं ने भगवान सहस्त्रबाहु के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला एवं प्रेरणा लेने का संकल्प लिया।
शुभारंभ भगवान सहस्त्रबाहु के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया। मुख्य अतिथि रेनबो स्कूल नंदगंज के निदेशक अंकित जायसवाल ने कहा कि वर्तमान समय में इंसान को खुद पर ध्यान देने की आवश्यकता है। आज हर व्यक्ति दूसरों पर तो कमेंट कर रहा है, लेकिन खुद एवं खुद के परिवार पर ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि अपने देवी देवताओं के जीवनी से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। सुरेंद्र जायसवाल ने कहा कि महराज सहस्त्रबाहु बहुत शक्तिशाली थे। पुराणों के अनुसार उन्होंने नर्मदा नदी की धारा को रोक दिया था एवं रावण को बंदी बनाया था। शक्तिशाली के साथ ही वह दयालु भी थे, रावण के नाना के आने पर बगैर कोई शर्त रखे, उन्होंने रावण को मुक्त कर दिया। उन्होंने कहा कि आज समाज के लोगों को एकजुट रहने की आवश्यकता है। अधिवक्ता गोविंद जायसवाल ने कहा कि समाज के लोगों को अपने लोगों के लिए आगे आना होगा और उनका सहयोग करना होगा। कार्यक्रम में जायसवाल समाज के गरीब बेटियों की शादी में सहयोग करने एवं अन्य कार्यों में मदद करने का संकल्प लिया गया। आशुतोष जायसवाल ने कहा कि आलस्य छोड़ सभी को आज के प्रति अपने दायित्व को निभाना होगा। सौरभ जायसवाल ने भगवान सहस्त्रबाहु का मंदिर बनवाने की बात रखी, जिसका सभी ने समर्थन किया। इस मौके पर दीपक जायसवाल, विनीत जायसवाल, दीपक जायसवाल, सुनील जायसवाल, सूर्यांश जायसवाल, सभासद बृजेश जायसवाल, रामचंद्र जायसवाल, रत्नेश जायसवाल दयानंद जायसवाल वेदप्रकाश जायसवाल आदि थे। अध्यक्षता लालाजी जायसवाल एवं संचालन डी के जायसवाल ने किया।
