विद्युत वितरण खण्ड चतुर्थ जमानिया के उपकेंद्र शायर पर तैनात आउटसोर्स कर्मी मोहन सिंह यादव ने जेई अंकित गोण्ड पर अकारण ही हमला कर दिया। सूत्रों से खबर है कि मोहन पिछले आठ वर्षों से एक ही जगह तैनात हैं, जो शायर गांव का ही मूल निवासी भी है। मोहन यादव का इतना वर्चस्व है कि वह शायर उपकेंद्र से निर्गत सभी फीडरो पर उपभोक्ताओं को अपने गुंडई के बल पर चोरी से बिजली उपभोग करवाता है और अवैध वसूली में पिछले कई सालों से लिप्त है, तथा उपकेंद्र शायर पर अपने लड़कों को भी संविदा कर्मी के रूप में रखा है और इन लोगो से अवैध वसूली करवाने में माहिर हैं। वही इसकी शिकायत क्षेत्र के उपभोक्ताओं द्वारा लगातार लखनऊ से लेकर वाराणसी तक ऊर्जा विभाग में की जाती रही है।
जेई अंकित से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि – मै बीते दिनों कल शाम लगभग 3 बजे तिलाखा गांव में कर्मचारियों के साथ राजस्व वसूली का कार्य कर रहा था तो ज्ञात हुआ कि इस गांव से राजस्व की वसूली सबसे कम हुई है तभी अचानक ही आउटसोर्स कर्मी मोहन सिंह यादव वहां आ धमका और गाली गलौज करते हुए यह कहने लगा कि इस गांव से कोई भी राजस्व वसूली नहीं होगी यहां से वापस जाइए विरोध करने पर अचानक ही मोहन यादव द्वारा मेरा गला दबा दिया गया और मुझे मारने लगा मौके पर उपस्थित कर्मचारियों ने जैसे-तैसे मेरी जान बचाई तथा यह कहते हुए की इस गांव में अगर दोबारा आए तो तुम्हें जान से मार दूंगा मोहन यादव वहां से भाग गया।
जेई अंकित द्वारा अवगत कराया गया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए मैं तत्काल गहमर थाने में मोहन यादव के खिलाफ तहरीर दी तथा अपने उच्च अधिकारियों को भी इस मामले में अवगत कराया ।
फिलहाल मोहन यादव को उच्च अधिकारियों द्वारा बर्खास्त कर दिया गया है ।
मामले में हुई कार्यवाही को पता करने के लिए संवाददाता ने थाना इंचार्ज गहमर से सीयूजी नंबर पर संपर्क किया किंतु थाना इंचार्ज ने फोन रिसीव नहीं किया न ही थाना इंचार्ज ने दुबारा फोन किया।