गाज़ीपुर: बरसात का मौसम आने वाला है । मानसून एक पखवाड़े पूर्व आने की चेतावनी भी दी जा रही है । उसे देखते हुए नगर पंचायत की तरफ से नालियों , गलियों में एकत्र कूड़ा कर्कट, घास- फूस के ढेरों की सफाई नहीं कराई जा रही है। हालत यह है कि नगर पंचायत के कई वार्डों के घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़क के किनारे जगह जगह जमा होकर सड़ रहा है । जल जमाव से उसमें कूड़ा , कचरा,घास फूस सड़ रहे हैं और उससे संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है । इन संक्रामक बीमारियों के फैसले में मुख्य सड़क के किनारे बन रहा नाला सहायक हो रहा है। नाला निर्माण की वजह से वार्डों से निकलने वाले गंदा पानी को रोक रखा गया है। इसके निकासी की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है।
सैदपुर से सादात होते जखनियां को जाने वाले एनएच 124 डी सड़क और नाला के निर्माणाधीन होने के कारण पानी के निकासी की समस्या जटिल हो गई है। उधर पानी जाने से रोका गया है । इसके चलते करीब तीन चार महीने से लोगों के घरों से निकलने वाला गंदा पानी जगह जगह नाली में जमा होकर बाजार की सड़क पर फैल रहा है । कई वार्डों के नगरवासियों ने जलजमाव की समस्या से नगर पंचायत प्रशासन को अवगत भी कराया हैं। सादात बाजार के पूर्वी छोर, रेलवे स्टेशन रोड, रघुबंश चौराहा, बस स्टैंड के पास नालियों में महीनों से एकत्रित गंदा पानी और कूड़ा कचरा सड़ने से दुर्गंध फैल रही है। दुर्गन्ध के कारण दुकानदारों सहित आम नागरिकों का आना-जाना और जीना दूभर हो गया है। सबसे विकट स्थिति बाजार के पश्चिमी छोर पर बनी हुई है, जहां गंदे पानी के सड़ांध से दयनीय हालत बनी हुई है।
मानसून के शीघ्र आने का आगाज होने पर नालियों की सफाई और गंदा पानी की निकासी के संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष सुमन यादव ने बताया कि जगह जगह नालियों में एकत्र गंदे पानी को मोटर पम्प लगाकर साफ कराने का काम शुरू करा दिया गया है । इसके लिए कर्मचारियों को काम पर लगाया गया है। चेयरमैन प्रतिनिधि धर्मेन्द्र यादव सोनू ने बताया कि एनएच पर बन रहे नाला निर्माण का कार्य पूरा होते ही घरों से निकलने वाले गंदे पानी को इसमें गिराए जाने की व्यवस्था कराकर जल निकासी की समस्या दूर करा दी जाएगी।