गाजीपुर। सरजू राय मेमोरियल पीजी कॉलेज के 21 बर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में गुरुवार को एक भव्य सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भोजपुरी जगत के दिग्गज एवं लोकप्रिय कलाकारों की शानदार प्रस्तुतियों ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। कार्यक्रम के आयोजक, समाजसेवी एवं सरजू राय मेमोरियल पीजी कॉलेज, गाँधीनगर के प्रबंध निदेशक अभिजीत राय (हिमांशु) ने बताया कि इस सांस्कृतिक महोत्सव का मुख्य उद्देश्य उपस्थित जनसमूह एवं क्षेत्रीय जनता का मनोरंजन करने के साथ-साथ भोजपुरी भाषा एवं संस्कृति को बढ़ावा देना है।सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अथिति सुभासपा के महासचिव अरविंद राजभर विशिष्ट अतिथि भाजपा के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राय की उपस्थिति में वैदिक मंत्रोचार के साथ दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद राजभर ने कहा कि विद्यालय के 21 वर्ष पूरे होने पर शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होना पूरे जहूराबाद क्षेत्र के लिए खुशी की बात है। सरजू राय मेमोरियल पीजी कॉलेज शिक्षा के साथ-साथ लोक संस्कृति को आगे बढ़ने का काम कर रहा है। इस तरह के कार्यक्रम से भोजपुरी समाज को, भोजपुरी लोक विधा गायकी को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। भारत के युवाओं के सपनों का विकसित राष्ट्र बने यही हम सबकी कामना है।भोजपुरी महोत्सव में प्रसिद्ध कलाकार गोलू राजा, मदन राय, माही मनीषा, रितु राय, भावना सिंह, विशाल गगन, विक्की तिवारी, निशा उपाध्याय एवं वैष्णवी राय ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से समा बाँध दिया।आशा के विपरीत उपस्थित भीड़ बड़ी संख्या में गोलू राजा, माही मनीषा और निशा उपाध्याय,रितु राय को सुनने आयी थी। कलाकारों की प्रस्तुति पर दर्शक देर रात तक झूमते रहे। कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ बरेसर, भाँवरकोल एवं नोनहरा थानों की पुलिस बल तैनात रही। कार्यक्रम में पहुंचे लोगों का स्वागत सरजू राय पीजी कालेज के प्रबंध निदेशक युवा नेता अभिजीत राय हिमांशु व डालिम्स सनबीम गांधीनगर के निदेशक हर्ष राय तथा संचालन विकी त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम के अंत में इंजीनियर अरविन्द राय ने सभी आगंतुकों का आभार ज्ञापित किया।कार्यक्रम में श्याम बहादुर राय,विकास राय,पुजारी राजकुमार पांडेय,रामजी पांडेय अभिषेक राय,जनार्दन राय,अक्षयलाल कन्नौजिया,रामचंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
सांस्कृतिक आयोजन भोजपुरी गायन ए्वं लोक-संस्कृति को आगे बढ़ाने का शानदार मंच -अरविंन्द राजभर
