आज जैसे जैसे गर्मी का सितम बड़ रहा हैं आम जन जीवन भी बेहाल हो रहा हैं, लोग अपनी दुकानों और कार्यालय से बाहर निकलने की हिम्मत नही जुटा पा रहे हैं लेकिन गरीब मजदूर अपनी दो वक़्त की रोटी के लिए बिना मौसम की परवाह किये हुए जुटा हुआ हैं आगे गर्मी अपना क्या रौद्र रूप दिखाएगी ये भविष्य के गर्भ मे छिपा है