गाजीपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज राय मोहम्मदाबाद की राजनीति में नया अध्याय लिख रहे हैं।
कभी प्रदेश में हुए खूनी संघर्षों के लिए बदनाम रही यह विधानसभा आज अपने नेता मनोज राय में नई उम्मीद देख रही है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चल रही सरकार प्रदेश को अपराधमुक्त बनाने के लिए संकल्पबद्ध है और जनता भी साफ-सुथरी छवि वाले नेताओं को ही पसंद कर रही है। सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति में आए मनोज राय मोहम्मदाबाद की जनता के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
बिहार चुनाव में एनडीए गठबंधन की जीत के नायक अमित शाह के सारथी के रूप में काम करते हुए
देश की राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले अमित शाह ने भी राय को कई महत्वपूर्ण रैलियों का प्रभारी बनाया। लगातार बढ़ते राजनीतिक कद के कारण गाजीपुर की राजनीति में मनोज राय की चर्चा तेज है।
बिहार चुनाव के बाद बीजेपी ने राय को मोहम्मदाबाद से प्रांतीय परिषद सदस्य चुना है, जो इस बात का संकेत है कि प्रदेश भाजपा नेतृत्व की नजर मनोज राय पर है। पार्टी उन्हें अलग-अलग जिम्मेदारियाँ देकर उन पर लगातार भरोसा जताती रही है।
मनोज राय के पास किसी प्रकार की पारिवारिक राजनीतिक विरासत नहीं है, इसके बावजूद जनता से उनका सीधा संवाद, वाणी की मधुरता और प्रशासनिक अनुभव के आधार पर उन्होंने जिले की राजनीति में अपना मजबूत स्थान बना लिया है। जनता का कोई भी काम हो, राय का प्रयास रहता है कि हर संभव मदद की जाए।
मनोज राय अपने गाँव जोगा में ही रहते हैं और गाँव के किसान–मजदूर वर्ग से भी गहराई से जुड़े रहते हैं। मोहम्मदाबाद तहसील से लेकर गाजीपुर जिला मुख्यालय तक प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता के लिए राय हर परिस्थिति में खड़े दिखाई देते हैं।
