भांवरकोल विकासखंड के सोनाड़ी गांव निवासी रुक्मनी देवी पति राजकुमार चौधरी गुड्डू बिंद वर्षों से प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित हैं। पीड़ितों का आरोप है कि गांव की राजनीतिक रंजिश व ग्राम प्रधान की मनमानी के चलते उन्हें अब तक आवास का लाभ नहीं दिया गया है।
रुक्मनी देवी ने बताया कि कई बार वर्तमान और पूर्व ग्राम प्रधानों से आवास के लिए गुहार लगाई, लेकिन हर बार निराशा हाथ लगी। उनका कहना है कि वह आज भी पतलों, पत्तों और बांस से बने झोपड़ीनुमा घर में रहने को मजबूर हैं। बारिश के दिनों में घर में रहना तक मुश्किल हो जाता है। कई बार अधिकारियों और सेक्रेटरी ने जांच की, लेकिन ग्राम प्रधान की हठधर्मिता के चलते आवास सूची में उनका नाम शामिल नहीं किया गया।
पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान सूची में नाम जोड़ने के लिए बार-बार पैसे की मांग करता है। उन्होंने मुख्यमंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों से हस्तक्षेप कर न्याय दिलाने की अपील की है। पीड़ितों का कहना है कि वे पिछले एक वर्ष से जिलाधिकारी, बीडीओ और अन्य अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
समाजसेवी अजय राय ने कहा कि सोनाड़ी गांव में कई लोगों को दो से तीन बार तक आवास मिल चुका है, जबकि बेहद गरीब रुक्मनी देवी और राजकुमार चौधरी को आज तक आवास नहीं मिला। उन्होंने इसे अंधेर नगरी चौपट राजा जैसी स्थिति बताया और कहा कि अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से पात्र लोगों का हक मारा जा रहा है।
इस संबंध में ग्राम प्रधान ने बताया की सूची में नाम न होने से दिक्कत आई है लेकिन जल्द ही पात्र को आवास मिल जाएगा,जब सचिव पंकज त्रिपाठी से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया की ऐसा मामला नहीं है अगर है तो मैं इसे देखकर समाधान करा देते हैं
