नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित भव्य राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने असमिया फिल्म निर्माता अरुण कुमार राय को सम्मानित किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने उन्हें प्रशस्ति पत्र और सम्मान चिह्न प्रदान किया। समारोह में फिल्म जगत की अनेक जानी-मानी हस्तियां मौजूद रहीं। क्षेत्र के दहिनवर गांव के मूल निवासी अरुण कुमार राय को उनकी चर्चित असमिया फिल्म ‘रंगतापु 1982’ के लिए यह सम्मान मिला है। फिल्म असम के 1980 के दशक में स्थानीय लोगों और अवैध प्रवासियों के बीच उपजे संघर्ष की पृष्ठभूमि पर आधारित है। निर्देशक आदित्यम सैकिया की इस फिल्म में चार महिलाओं की जीवनकथा के माध्यम से हिंसा, पीड़ा और जिजीविषा को मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। अरुण कुमार राय की इस उपलब्धि से न केवल उनकी प्रतिभा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है, बल्कि असमिया सिनेमा को भी नई ऊँचाईयाँ हासिल हुई हैं। पुरस्कार मिलने पर न सिर्फ वह स्वयं बल्कि पूरा क्षेत्र गौरवान्वित महसूस कर रहा है। गाजीपुर जिले के करईल क्षेत्र के दहिनवर गांव निवासी अरुण कुमार राय के पिता स्वर्गीय ओमप्रकाश राय थे। उनके अनुज अजय कुमार राय वर्तमान में बीआरसी ग्रुप में निदेशक हैं। उनके इस उपलब्धि पर क्षेत्र में खुशी का माहौल है। श्री राय का अपने पैतृक गांव से काफी लगाव है वे अक्सर गांव आकर अपने रिश्तों मित्रों एवं क्षेत्रवासियों नेसे जुड़ाव रखते हैं
अरुण कुमार राय को राष्ट्रपति ने किया राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित
