गाजीपुर में सियाराम उपाध्याय को न्याय दिलाने के लिए प्रस्तावित जिलाधिकारी कार्यालय घेराव कार्यक्रम से ठीक पहले, यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व छात्र संघ महामंत्री सुधांशु तिवारी व पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय को पुलिस ने उनके आवास पर नज़रबंद कर दिया। तिवारी व उपाध्याय ने इस कार्रवाई को “तानाशाही सरकार की पुलिस कार्रवाई” बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है।यह घटनाक्रम उस समय हुआ जब तिवारी कथित तौर पर आज सुबह 10 बजे सरजू पाण्डेय पार्क से शुरू होने वाले विरोध प्रदर्शन में शामिल होने वाले थे। यह कार्यक्रम पिछले दिनों हुए पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्ण लाठी चार्ज में दिवंगत हुए सियाराम उपाध्याय को श्रद्धांजलि और न्याय दिलाने की मांग को लेकर आयोजित किया गया था।
सुधांशु तिवारी ने इस कदम को लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा बताया है। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार हर नागरिक का मौलिक अधिकार है, और सरकार इस अधिकार को पुलिस बल के माध्यम से छीन रही है।
इस घटना के बाद, गाजीपुर में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। विपक्ष ने सरकार और पुलिस पर विरोध की आवाज़ को दबाने का आरोप लगाया है।यह मामला अब कानूनी और राजनीतिक दोनों मोर्चों पर चर्चा का विषय बन गया है।