कारगिल में बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (बीआरओ) भारतीय सीमा सड़क संगठन में तैनात गहमर गांव निवासी राकेश राम की ड्यूटी पर जाते समय ट्रेन में हार्ट अटैक से मौत हो गई। उनकी मौत की सूचना जैसे ही गांव पहुंची परिजनों में कोहराम मच गया। राकेश राम का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर शनिवार को एंबुलेंस के जरिए गांव लाया गया। जवान के अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। सभी ने जवान को अंतिम विदाई दी और उनके योगदान को याद किया।
आरंभिक श्राद के बाद पार्थिव शरीर को फूलों से सजाकर मठिया स्थित बुलाकीदास मंदिर के पास मैदान में रखा गया। यहां ग्रेफ यूनिट और स्थानीय पुलिस ने जवान को पुष्पचक्र अर्पित किया और सशस्त्र सलामी दी। इस दौरान वहां मौजूद हर व्यक्ति के आंखों में आंसू थे। मृतक जवान के अंतिम संस्कार के समय गांव के लोग भारत माता की जय के गगनभेदी नारे लगा रहे थे। यह दृश्य बहुत ही भावुक और दिल को छूने वाला था। मृतक जवान के छोटे भाई गुड्डू कुमार ने बताया कि वह पांच भाई थे, जिसमें राकेश सबसे बड़े थे। राकेश के छोटे भाई गुड्डू कुमार, मनोज कुमार, अनोज कुमार अनिल कुमार हैं, जो गांव में ही रहते हैं। राकेश एक महीने की छुट्टी पर घर आए थे। तीन सितंबर को ड्यूटी पर जाते समय ट्रेन में ही उनको हार्ट अटैक हुआ और चार सितंबर को उनकी मृत्यु हो गई। राकेश की मां बुधिया देवी, पत्नी पूनम देवी, पुत्री सपना कुमारी एवं पुत्र शुभम कुमार का रो – रोकर बुरा हाल है।