बाढ़ नियंत्रण विभाग के जलस्तर स्थिर होने के दावे के विपरित गंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का पानी अब गंगा व भागड़ नालों के रास्ते आगे बढ़ता हुआ तेजी के साथ मैदानी इलाकों में फैल रहा है । हालांकि पानी की गति काफी धीमी है। जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई है।उधर मगई नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जबकि धर्मपुरा के पास भागड़ नाले पर बनी पुल के ऊपर पानी चढ़ गया है। जिससे आवागमन ठप हो जाने से फिरोजपुर धर्मपुरा का त सील से सम्पर्क पुट गया है। जरूरी सामान के लिए लोग नाव का प्रयोग कर रहे हैं। शेरपुर से आमघाट जाने वाले मार्ग पर भी बाढ़ का पानी में डूब जाने के कारण आवागमन ठप होने परेशानी उठानी पड़ रही है। बाढ़ के पानी से फिरोजपुर शेरपुर के सत्तर डेरा,पचासी, जगहतपुर, कठार ,आमघाट, होते रानीपुर, नकटीकोल ,फखनपुरा तथा कुंडेसर की ओर बढ़ने के साथ ही फैल भी रहा है लेकिन अभी पिछली बार आए बाढ़ के पानी से काफी कम है। शेरपुर के युवा किसान राजू राय, फिरोजपुर के बच्चू यादव ,अनिल यादव, संतोष यादव तथा अभय नारायण के खेत में खड़ी मिर्च की फसल डूब गई है। शेरपुर के पचासी में लल्लन यादव ,रुदल यादव ,सुरेश यादव, बीरन यादव तथा विनोद यादव सहित कई किसानों ने पिछले दिनों बाढ़ में रोपी गई मिर्च की फैसलें बर्बाद होने के बाद दोबारा तीन से चार रुपए प्रति पौधा के हिसाब से मिर्च का पौधा खरीद कर पुनः रोपाई किए थे। लेकिन इनमें से अधिकांश किसानों के दोबारा रोपे गये पौधे भी इस बार की पानी में डूब जाने के कारण किसनों को काफी आर्थिक क्षति हुई है ।धर्मपुरा के पास भगड़नाला पर बनी पुलिया के ऊपर पानी चढ़ जाने के कारण लोगों को आवागमन में हो रही परेशानी के दृष्टिगत प्रशासन की ओर से एक नाव लगा दी गई है जिसके सहारे लोग भगड़नाले के इधर से उधर आवागमन कर रहे हैं।
गंगा नदी का पानी तेजी से मैदानी इलाकों में पसरने से किसानों के माथे पर पड़ा बल
