मानकविहीन विद्यालय जय मां अन्नपूर्णा प्राथमिक विद्यालय के प्रबंधक की पत्नी का बीएसए कार्यालय में हाइवोल्टेज ड्रामा क्लर्क मनोज सिंह से बातचीत में हुआ खुलासा
गाजीपुर: फिर एक बार मानकविहीन विद्यालय जय मां अन्नपूर्णा प्राथमिक विद्यालय अगस्ता का मामला संज्ञान में आ रहा है, जिसमें पत्रकार द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि बीएसए कार्यालय में कार्यरत बाबू मनोज सिंह से फोन पर हुई बातचीत में यह पता चला कि अब विद्यालय प्रबंधक की पत्नी बीएसए कार्यालय में धमकी देने पहुंच गई। पत्रकार द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि बीएसए हेमंत राव विद्यालय प्रबंधक के पत्नी के दबाव में सही निर्णय नहीं कर पा रहे हैं। पत्रकार द्वारा यह भी दावा किया जा रहा है कि बीएसए हेमंत राव ने खुद स्वीकार किया था कि मुझे इस मामले में कई लोगों से फोन आ चुका है।
पत्रकार ने फिर एक बार दावा किया कि जो भी बाते मेरे द्वारा बताई जा रही है वह पूर्ण रूप से सत्य है एवं संबंधित सभी साक्ष्य मेरे पास मौजूद है।
पत्रकार ने पुनः ये दावा किया कि मनोज बाबू द्वारा हमें यह भी बताया गया कि शिक्षा विभाग की टीम विद्यालय बंद कराने गई थी किंतु विद्यालय प्रबंधक के पत्नी के दबाव के कारण कार्यवाही करने में विलम्ब हो रहा है।
बताते चले कि विद्यालय प्रबंधक की पत्नी द्वारा पत्रकार के ऊपर भी दो बार फर्जी शिकायत दर्ज कराई गई थी तथा हेड कांस्टेबल विकास यादव पर दबाव बनाया गया था कि उसे मेरे सामने बुलाइए मुझे उससे कुछ बात करनी है।
प्रश्न यह खड़ा हो रहा है कि यदि विद्यालय प्रबंधक की पत्नी द्वारा बीएसए कार्यालय में धमकी दी गई तो किसके डर से बीएसए कार्यालय के अधिकारियों ने मामले का संज्ञान नहीं लिया तथा पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी गई?
इस प्रकार से विद्यालय प्रबंधक के पत्नी के दबाव में बीएसए हेमंत राव द्वारा कार्यवाही न करना पूरे शिक्षा जगत में प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है।
कुर्सी पे बैठे बेसिक शिक्षा विभाग के जिले के सबसे बड़े अधिकारी यदि दबाव में निर्णय नहीं ले पा रहे तो बीएसए के अंतर्गत आने वाले समस्त खंड शिक्षा अधिकारी किस प्रकार से निर्णय लेंगे?
जहां एक तरफ समस्त प्रदेश में विद्यालय मर्जर का कार्य जोरों से चल रहा है ऐसे में मानक विहीन विद्यालय पर करवाई क्यों नहीं की जा रही है?
