घोसी। बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष द्वारा अमिला में तैनात लेखपाल दिनेश चौहान पर रिश्वत लेने का आरोप लगाए जाने के बाद लेखपाल का निलंबन हो गया था जिसके बाद घोसी तहसील के लेखपालों का विरोध लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। तहसील के सभी लेखपाल एसडीएम कार्यालय के सामने धरने पर बैठे और निलंबन रद्द किए जाने की मांग की।
जानकारी के अनुसार, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गविजय राय ने लेखपाल दिनेश चौहान पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। आरोप है कि लेखपाल ने जिलाध्यक्ष के भाई से वरासत और हैसियत प्रमाण पत्र बनाने के लिए 15,000 रुपये की मांग की थी। शिकायत के बाद एसडीएम अशोक कुमार सिंह ने जांच के आधार पर लेखपाल को निलंबित कर दिया।
निलंबन के विरोध में लेखपालों ने इसे “राजनीतिक दबाव में की गई कार्रवाई” करार दिया है। लेखपाल संघ के अध्यक्ष अरविंद पाण्डेय ने कहा कि जब तक निलंबन वापस नहीं लिया जाता, तब तक वे कार्य का बहिष्कार करते हुए धरना जारी रखेंगे।
धरना स्थल पर लेखपालों ने नारेबाजी करते हुए प्रशासन से मांग की कि निष्पक्ष जांच कराई जाए और निर्दोष लेखपाल को तत्काल बहाल किया जाए। लेखपालों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गईं, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे।
