सेवराई/गाजीपुर: भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के सेवराई तहसील अध्यक्ष किसान नेता भानु प्रताप सिंह ने किसान पंजीकरण सत्यापन का कार्य धीमी गति से होने पर एसडीएम सेवराई को पत्रक सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।
एसडीएम को दिए गए पत्रक में बताया कि किसान पंजीकरण सत्यापन का कार्य बहुत धीमा गति से हो रहा है। और किसानों को तहसील मुख्यालय पर बुलाया जा रहा है। जिससे किसान आर्थिक मानसिक शोषण को लेकर भयंकर चिंतित हैं। किसान पंजीकरण नहीं होने के कारण बिचौलिए बहुत कम दर पर धान खरीद कर रहे हैं। पूरे तहसील क्षेत्र में बिचौलिए हावी हो गए हैं। आरोप लगाया कि अधिकतर धान रोज शाम को लादकर गंगा उस पार ले जा रहे हैं। बताया कि सेवराई माइनर का फाटक आधा टूटा हुआ है। जिससे गेहूं की खेती में किसानों का पूरा खेत डूब जाएगा इसको तत्काल ठीक कराया जाए। एसएमआई द्वारा किसान धान सेंटर पर बेचने वाला आते हैं धान मानक में होने के बावजूद भी किसानों से कुंतल पर 5 से 6 किलो काटा जाता है। जिससे किसान परेशान होकर बिचौलियों को धान बेचने को मजबूर हो रहे हैं। उप जिलाधिकारी से निवेदन किया है कि किसानों का धान तहसील वाइज ही खरीदारी हो बिचौलियों के हावी होने के कारण सायर, गहमर, भतौरा एवं दर्जनों गांव बिहार बॉर्डर से सटे हुए हैं। यहां का धान सैदपुर व जखनियां तहसील में बिक्री दिखाकर किसानों का अंगूठा वहीं पर लगाया जाता है जो किसान हित विरोधी है। उन्होंने किसानों के इस धान खरीदारी को लेकर जल्द से जल्द समस्या के निस्तारण की मांग की है।
