गाजीपुर। मोथा तूफान से उत्पन्न हुई बारिश से हुई फसलों की क्षति के सर्वे के लिए जिलाधिकारी द्वारा राजस्व, कृषि और फसल बीमा की संयुक्त टीम गठित की गई है। खरीफ 2025 में किसानो द्वारा 47015 आवेदन के माध्यम से कुल 16810 हेक्टेयर क्षेत्रफल का बीमा जनपद में कराया गया है।
जिला कृषि अधिकारी उमेश कुमार ने बताया है कि किसान भाइयों की फसल में यदि किसी प्रकार की क्षति हुई है और उनके द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत बीमा कराया गया है, तो वे किसान टोल फ्री नंबर 14447 पर क्षति के 72 घंटे के अंदर शिकायत दर्ज कराएं।
जिन किसान भाइयों की फसल आंधी और बारिश के कारण गिर गई है उसमें क्षति की संभावना है। उन किसान भाइयों के धान और बाजरा की कटाई होने के उपरांत खेत में बारिश के कारण क्षति की संभावना है तो उसके सर्वे के लिए राजस्व, कृषि और फसल बीमा की कमेटी बनाकर सर्वे कराया जाएगा।
कमेटी का गठन किया जा चुका है। समिति की रिपोर्ट के उपरांत किसानो को क्षति पूर्ति दी जाएगी। रबी 2025-26 हेतु भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल पर बीमा कराने हेतु शुरू किया जा चुका है, कृषक भाई 31 दिसंबर तक अपनी फसल का बीमा करा सकते हैं।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को 33 प्रतिशत या इससे अधिक फसल नुकसान होने पर मुआवजा या क्लेम दिया जाता है। खड़ी फसल में उपज हानि होने पर: प्राकृतिक आग और बिजली, तूफान, ओलावृष्टि, बाढ़, बवंडर, भूस्खलन, कीट व रोग, सूखा आदि जैसे– गैर रोकथाम वाले जोखिमों के तहत आने वाली उपज हानि के मामलों में सरकार यह बीमा सुविधा प्रदान करती है।
