भांवरकोल। लोक आस्था का महापर्व डाला छठ पूरे भक्तिभाव एवं श्रद्धा के साथ शुरू हो गया है। पर्व के पहले दिन नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय अनुष्ठान का शुभारंभ हुआ। क्षेत्र के चट्टी चौराहों, बाजारों में छठ पूजा की रौनक बढ़ गई है, जहां विभिन्न प्रकार के फलों और पूजा सामग्रियों की दुकानें सजी दिखाई दे रही हैं। श्रद्धालु अपने घरों को सजाने और पूजा की तैयारियों में जुट गए हैं। बाजारों में गन्ना, नारियल, संतरा सहित अन्य मौसमी फलों की मांग में भारी वृद्धि देखी जा रही है। दुकानदारों का कहना है कि वे व्रतियों की मांग के अनुसार फल उपलब्ध करा रहे हैं।
शनिवार से शुरू हुए इस चार दिवसीय पर्व के पहले दिन नहाय-खाय की परंपरा निभाई गई। व्रतियों ने विशेष तैयारी के साथ अपने घरों में पूजा-अर्चना प्रारंभ की। छठ पर्व के दौरान श्रद्धालु सूर्य देव की उपासना कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।
मुख्य प्रसाद ठेकुआ बनाने की तैयारी भी शुरू हो चुकी है। इसके लिए गेहूं धोकर सुखाया जा रहा है, जिसे बाद में पीसकर ठेकुआ तैयार किया जाएगा। घरों में छठी मैया के भक्ति गीत गूंजने लगे हैं, जिससे वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो उठा है। धरती के साक्षात देवता सूर्योपासना का हिंदू धर्म में इस पर्व का विशेष धार्मिक और सामाजिक महत्व है, जिसे लोग पुरी आस्था, शुद्धता और अनुशासन के साथ मनाते हैं।
