पिछले दो दिनों से गंगा नदी मे जलस्तर में पुनः हो रही वृद्धि एवं खतरे के निशान पर पहुंचा पानी से बाढ़ की अशंका से किसान हलकान है। ज्ञात हो कि गंगा का पानी का जलस्तर बढ़ने से चौथी बार बाढ़ का खतरा बना हुआ है। पहले ही आई बाढ़ के दौरान पहले ही गड़हे, नाले आदि भरे हुए हैं। ऐसे में बाढ़ का पानी खतरे के करीब पहुंच कर अब धीरे-धीरे तटवर्ती इलाकों के मैदानी इलाकों में पसरने लगा है।बाढ़ का पानी अब धर्मपुरा पुल पर चढ़ गया है। जिससे आवागमन ठप हो गया है। स्थानीय लोगों ने प़शासन से नाव की मांग की है। पानी भागड़ नाले से आगे होते हुए कुंन्डेसर एवं लालूपुर की ओर से आगे बढ़ गया है। ऐसे में बोई गई मिर्च टमाटर आदि की फसल बाढ़ भेंट चढ़ जाएगी। ज्ञात हो कि पहले आई बाढ़ के बाद पानी उतरने पर किसान पुनः मिर्च, गोभी, टमाटर की महंगी तैयार नर्सरी खरीदकर लगाई है। बाढ़ से किसानों को इस आपदा से आर्थिक रूप से दोहरी मार झेलनी पड़ेगी। बहरहाल उपर पानी का जलस्तर लगातार वृद्धि की सूचना से किसानों के माथे पर बल पड़ गया है।
गंगा के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ की अशंका से क्षेत्रवासी चिंतित
