सिद्धपीठ हथियाराम के 26वें पीठाधिपति एवं जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनन्दन यति महाराज का आविर्भाव दिवस रविवार को मनाया गया। भक्तों ने पीठाधिपति का अभिनंदन किया और आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम में हवन, पूजन और प्रवचन का आयोजन हुआ।
अहमदाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति आर एस दूबे ने कहा कि गुरु के बिना ज्ञान प्राप्ति असंभव है। उन्होंने बताया कि भगवान विष्णु के अवतार श्रीराम और श्रीकृष्ण को भी ज्ञान के लिए गुरु के पास जाना पड़ा। गुरु साक्षात ब्रह्म हैं जो आध्यात्मिक चेतना जगाकर सही राह दिखाते हैं।
स्वामी भवानीनन्दन यति ने कहा कि जन्म उत्सव के प्रति उनका कोई उत्साह नहीं है। लेकिन श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान उनके जीवन का सौभाग्य है। उन्होंने सिद्धपीठ की कठोर परंपरा का 29 वर्षों से निर्वहन किया है। स्वामी जी ने ईश्वर से प्रार्थना की कि उनका अगला जन्म भी इसी सिद्धपीठ के लिए हो।
कार्यक्रम में वाराणसी के डीजीपी प्रमोद, कमिश्नर लिंकन, जिलाधिकारी अविनाश, एसपी डा. ईरज राजा मौजूद रहे। जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर परेशानंद यति, देवरहा बाबा बिरनो, डा. रत्नाकर त्रिपाठी और रामनगर के राजा की पुत्री कृष्ण प्रिया भी उपस्थित थीं। इसके अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह, बलिया के एसपी ओमवीर सिंह और हजारों श्रद्धालुओं ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।