जखनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सुभाषपा विधायक बेदी राम और डॉक्टर योगेंद्र यादव के बीच विवाद हो गया। विधायक बेदी राम ने औचक निरीक्षण के दौरान डॉक्टर से दुर्व्यवहार किया और उन्हें समाजवादी पार्टी का एजेंट बताया। सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता जयप्रकाश पांडे ने इसका घोर निंदा की है और सरकार से मांग की है कि डॉक्टर योगेंद्र यादव को पुनः उनके स्थान पर ही स्थानांतरित किया जाए। विधायक बेदी राम ने जखनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया, जिसमें उन्होंने अस्पताल में गंदगी, कर्मचारियों की अनुपस्थिति और मरीजों को बाहर से दवाएं लिखने की शिकायतें उठाईं। इस दौरान विधायक बेदी राम और डॉक्टर योगेंद्र यादव के बीच तीखी नोक-झोंक हो गई। विधायक बेदी राम ने डॉक्टर योगेंद्र यादव पर आरोप लगाया कि वह अपनी मनमानी कर रहे हैं और मरीजों को बाहर से दवाएं लिख रहे हैं। सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता जयप्रकाश पांडे ने विधायक बेदी राम की कार्रवाई की घोर निंदा की है। जयप्रकाश पांडे ने कहा कि विधायक बेदी राम का व्यवहार डॉक्टर के प्रति अपमानजनक था और यह स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अच्छा नहीं है। जयप्रकाश पांडे ने सरकार से मांग की है कि डॉक्टर योगेंद्र यादव को पुनः उनके स्थान पर ही स्थानांतरित किया जाए और विधायक बेदी राम के खिलाफ कार्रवाई की जाए। सरकार की स्वास्थ्य को लेकर तैयारी के बारे में बात करते हुए विधायक बेदी राम ने कहा कि सरकार की मंशा है कि मरीजों को समय पर और उचित इलाज मिलना चाहिए। सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं और इन योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। फिलहाल विधायक बेदी राम के हस्तक्षेप से योगेंद्र यादव को कार्यालय अटैच कर दिया गया है और अब डॉ अवधेश पासवान को जिम्मेदारी दी गई है। अब देखना यह है कि सरकार इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और डॉक्टर योगेंद्र यादव को पुनः उनके स्थान पर ही स्थानांतरित किया जाता है या नहीं। इस मामले में सरकार की प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आई है, लेकिन यह मामला स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति और प्रशासनिक संवाद की चुनौतियों को उजागर करता है। जखनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर विवाद स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति और प्रशासनिक संवाद की चुनौतियों को उजागर करता है। सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी की निंदा और सरकार से मांग इस मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। अब देखना यह है कि सरकार इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए क्या कदम उठाती है।
जखनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर विवाद, सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी ने किया निंदा
