गाजीपुर: क्षेत्र में गंगा तटवर्ती इलाकों में भयंकर बाढ़ आयी हुई है। अब बाढ़ का पानी मगई नदी के रास्ते करईल के निचले हिस्सों में महेन्द , गोड़उर , नसीराबाद , सरदरपुर , फतुलहां , सियाड़ी , सोनवानी , आदि गांवों में पहुँचना शुरू हो गया है, करइल क्षेत्र के ग्रामीणों ने कहा कि अगर पानी दो चार दिनों तक ऐसे ही बढ़ता रहा तो धान की हाल ही में रोपी गई फसल पूर्णतया समाप्त हो जाएगी । कुछ जगहों पर अभी धान की रोपाई चल भी रही है, दरअसल गंगा नदी का बढ़ा हुआ पानी बलिया जिले के नरहीं के पास मगई नदी में प्रवेश करता है ,और मगई नदी जो करईल के इलाके को अपने जल के प्रकोप से पूरी तरह तबाह कर देती है । दिक्कत तो तब होती है जब गंगाजी घटने लगती हैं तो भी 5 से 6 दिनों तक मगई नदी में बढ़ाव जारी रहता है , और बढ़ा हुआ पानी लगभग 10 दिनों तक जमा रहता है जब तक गंगा नदी का जलस्तर 10 से 15 मीटर नीचे न चला जाय । उसके बाद धीरे धीरे यह पानी निकलना शुरू होता है , तब तक बहुत कुछ बर्बाद कर जाता है, गंगा के बढ़ाव के चलते मंगई नदी में उफान की खबर से क्षेत्र के किसान भयभीत हैं।
मंगई नदी भी अब धीरे धीरे उफान पर, कराइल के किसानों पर छाये संकट के बादल
