संवाददाता – त्रिलोकी नाथ राय
भांवरकोल। स्थानीय ब्लॉक अंतर्गत क्षेत्र के कुंन्डेसर पंचायत के सैयन्दासपुर मौजे के माढूपुर पोखरे स्थिति राम जानकी मंन्दिर परिसर में रविवार को पूर्व में दिवंगत परम तपस्वी संत राम करन दास की प्रतिमा का अनावरण क्षेत्रीय श्रद्धालुओं ने धार्मिक अनुष्ठान के साथ धूमधाम से सम्पन्न हुआ। इस मौके पर धार्मिक अनुष्ठान के तहत 24 घंटे के संकीर्तन के बाद आज रामचरित मानस पाठ का समापन हो गया। इस मौके पर संत मुखलाल दास जी ने मौजूद संतों एवं महात्माओं को अपने संबोधन में ब्रह्मलीन संत तपस्वी राम करन जी को परम तपस्वी एवं अनंन्त विभूषित संत बताते हुए कहा कि उन्होंने एक बाल ब्रह्मचारी के रूप में वैराग्य लेकर वे एक संत के रूप में सनातन धर्म की संरक्षा एवं उसके प्रचार पसार में लगे रहे। उनके प्रति क्षेत्रीय लोगों में बहुत ही आस्था एवं विश्वास अगाध था। एक संत होते हुए उनका स्वभाव अति सरल था। वे काफी मिलनसार स्वभाव के थे। यही वजह है कि उनके रहते इस राम-जानकी मंदिर पर उनकी देखरेख में सालों भर धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न होता था। उनकी प्रतिमा के अनावरण से क्षेत्रीय श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा गया। इस मौके पर आयोजित विशाल भंडारे में सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
