गाजीपुर। जनपद में नशीली दवाओं के अवैध कारोबार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में कोतवाली पुलिस को शनिवार को बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने कोडीन युक्त कफ सिरप की तस्करी और अवैध बिक्री के मामले में सैदपुर स्थित एक मेडिकल एजेंसी के संचालक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त वाराणसी का रहने वाला है और लंबे समय से पुलिस की रडार पर था।
क्या है पूरा मामला?
यह कार्रवाई ड्रग इंस्पेक्टर बृजेश कुमार मौर्य द्वारा 24 नवंबर 2025 को दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर की गई है, ड्रग विभाग को सूचना मिली थी कि जिले की कुछ मेडिकल फर्मों द्वारा रांची झारखंड की फर्म ‘मेसर्स शैली ट्रेडर्स’ से भारी मात्रा में कोडीन युक्त ‘फेन्सिडिल’ कफ सिरप मंगवाया जा रहा है।
विभाग द्वारा 14 नवंबर से 20 नवंबर के बीच जब इन फर्मों का निरीक्षण किया गया, तो वहां न तो दवा का स्टॉक मिला और न ही बिक्री का कोई रिकॉर्ड प्रस्तुत किया गया। आरोप है कि इन दवाओं का इस्तेमाल चिकित्सीय कार्यों के बजाय नशे के रूप में करने के लिए अवैध तरीके से बेचा गया।
कौन हुआ गिरफ्तार?
कोतवाली पुलिस ने शनिवार को सर्वांश पुत्र मोती चंद्र वर्मा को गिरफ्तार किया। वह वाराणसी के संजय नगर कॉलोनी थाना कैंट का निवासी है। पुलिस के मुताबिक, सर्वांश सैदपुर स्थित ‘मेसर्स स्वास्तिक मेडिकल एजेंसी’ का प्रोपराइटर है. एफआईआर के अनुसार, निरीक्षण के दौरान इसकी फर्म पर भी अनियमितताएं पाई गई थीं और कोडीन दवाओं के खरीद-फरोख्त का ब्यौरा नहीं दिया गया था।
लगीं गंभीर धाराएं
पुलिस ने अभियुक्त के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 206(a), 271, 276, 318(4) और औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम की धारा 27A के साथ-साथ अब एनडीपीएस एक्ट (NDPS Act) की धारा 8/9(1)A(Va)/21 की बढ़ोतरी की है। यह धाराएं नशीली दवाओं के दुरुपयोग और धोखाधड़ी से जुड़ी हैं।
गिरफ्तारी करने वाली टीम में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक महेंद्र सिंह और विवेचना अधिकारी उपनिरीक्षक देवेंद्र कुमार साहू शामिल रहे। पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
