नंदगंज(ग़ाज़ीपुर) 10दिसंबर। रिटेल केमिस्ट एंड कॉस्मेटिक डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री पुनीत सिंघल ग़ाज़ीपुर ने कहा कि “संगठन चाहे चार हों, पर विचार सभी के एक होने चाहिए।” उन्होंने केमिस्टों से जुड़े सभी महत्वपूर्ण मुद्दों—एक्सपायरी दवा, मार्जिन कटौती, किसी भी प्रकार का उत्पीड़न, और H1/प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पर कार्रवाई—को एक साथ लेकर संघर्ष करने की अपील की।
श्री सिंघल ने स्पष्ट किया कि एक्सपायरी दवाओं पर कोई समय सीमा लागू नहीं, और किसी भी दवा के मार्जिन में कटौती स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि केमिस्टों का किसी भी रूप में उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि समर्थक या भक्त किसी भी नेता के हों, पर व्यापार से जुड़े मुद्दों पर सभी केमिस्ट एकजुट रहें, क्योंकि यह सीधे उनके हितों से जुड़ा मामला है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि “दवाओं को नशे के लिए तस्करी करने वाले हमारे रहनुमा नहीं हो सकते।”
सिंघल ने केमिस्टों से आग्रह किया कि वे अपना व्यापार पहले की तरह निडरता से करें और केवल सरकार द्वारा अनुमोदित दवाओं की ही बिक्री करें। यदि H1 या नियंत्रित दवा बेची जाए, तो—डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन,
मरीज का मोबाइल नंबर पूरा विवरण एच-1 रजिस्टर में प्रविष्टि
अनिवार्य रूप से दर्ज करें ताकि जांच के समय इसे अधिकारियों को दिखाया जा सके।
उन्होंने कहा कि औषधि अधिनियम और सरकारी निर्देशों का पालन करते हुए भी यदि किसी केमिस्ट का उत्पीड़न होता है, तो संगठन उसके समर्थन और सहायता के लिए पूरी तरह तैयार है।
