सेवराई। एसआईआर प्रक्रिया को लेकर स्थानीय सेवराई तहसील सभागार में प्रतिदिन सभी विभागों के कर्मचारियों को बुलाकर फार्म जमा कराए जा रहे हैं, लेकिन अंतिम तिथि 4 नवंबर से एक सप्ताह बढ़ने के बावजूद स्थिति यह है कि अब भी बड़ी संख्या में मतदाताओं तक फॉर्म पहुंच ही नहीं पाए हैं। इससे मतदाताओं में भारी उहापोह और असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
68.27 प्रतिशत ही जमा हो पाए हैं फार्म
जमानिया विधानसभा क्षेत्र में मतदाता फार्म जमा कराने की रफ्तार बेहद धीमी है।
कुल 4,43,721 मतदाताओं में से बुधवार तक केवल 2,95,292 मतदाताओं के फॉर्म ही जमा हो सके हैं, जो कुल मतदाताओं का 68.27 प्रतिशत है।
उपजिलाधिकारी सेवराई संजय यादव ने बताया कि प्रशासन पूरी क्षमता के साथ जुटा है, फिर भी शेष फार्म जमा कराना चुनौती बना हुआ है।
बीएलओ लगातार दबाव में काम कर रहे हैं। एक महिला बीएलओ ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि
एक ही परिवार के सदस्यों के नाम कई-कई मतदाता सूचियों में दर्ज हैं।
वहीं एक ही मोहल्ले के लोगों के नाम अलग-अलग सूचियों में बिखरे पड़े हैं।
इस कारण मतदाताओं को खोजने में भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। सुबह से देर शाम तक घर-घर संपर्क कर संशोधन फॉर्म भरवाना बीएलओ के लिए मुश्किल साबित हो रहा है।
कई बीएलओ ने बताया कि
क्षेत्रफल बड़ा होने, घर-घर जाकर फार्म भरवाने में समय लगने और फॉर्म समय पर मतदाताओं तक न पहुंच पाने से पूरी प्रक्रिया काफी धीमी हो गई है।
फॉर्म न मिलने और प्रक्रिया को लेकर स्पष्ट जानकारी न होने के कारण कई मतदाता दुविधा में हैं।
कुछ लोग जानकारी के लिए तहसील पहुंच रहे हैं, जबकि कई क्षेत्रों में जागरूकता की कमी के चलते लोग अभी भी प्रक्रिया से अनभिज्ञ बने हुए हैं।
सेवराई तहसील सभागार में सभी विभागों के कर्मचारियों की मदद ली जा रही है।
एसडीएम संजय यादव और नायब तहसीलदार स्वयं बैठकर पूरी प्रक्रिया की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि अधिक से अधिक फॉर्म समय पर जमा हो सकें।
एसडीएम सेवराई संजय यादव ने आम जनता और मतदाताओं से एसआईआर प्रक्रिया में सहयोग की अपील करते हुए कहा कि जो मतदाता गणना प्रपत्र अभी तक नहीं जमा किया है वो समय से पहले जमा कर दे। और बी एल ओ का सहयोग करे ताकि समय से पहले एसआईआर फॉर्म समिट किया जा सके।
सभी विभाग और बीएलओ पूरी गंभीरता से काम कर रहे हैं। हमें भरोसा है कि अंतिम तिथि से पहले शेष फॉर्म भी जमा करा लिए जाएंगे।
हालाँकि प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन वर्तमान रफ्तार को देखते हुए शत-प्रतिशत फॉर्म जमा कराना बड़ी चुनौती दिखाई दे रहा है।
