संवाददाता – त्रिलोकी नाथ राय
गाजीपुर। ग्राम पंचायत सचिवों द्वारा ऑनलाइन उपस्थिति के आदेश के विरोध में दूसरे दिन भी समस्त ब्लाकों पर जोरदार प्रदर्शन किया गया।
जनपद के सादात, भांवरकोल, रेवतीपुर और अन्य सभी विकास खंडों में सचिवों ने काली पट्टी बांधकर शासन के इस निर्णय पर दूसरे दिन भी लगातार विरोध दर्ज कराया।
समन्वय समिति के अध्यक्ष सूर्यभानु राय ने कहा कि सचिवों से लक्ष्य आधारित कार्य लिया जाता है, छुट्टियों के दिन भी काम के लिए बुलाया जाता है, तो फिर ऑनलाइन उपस्थिति की बात बेमानी है। उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों द्वारा दबाव बनाकर अन्य विभागों के कार्य कराए जाने से सचिव नाराज हैं।उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों वाले सचिवों पर असीमित कार्य दबाव सरकार की दामात्मक दृष्टि का परिचायक है।
विकास खंड सादात के ब्लॉक अध्यक्ष शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि यह धरना प्रदर्शन एक सुनियोजित कार्यक्रम का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि 5 दिसंबर से सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप से अलग होने और 10 दिसंबर से निजी वाहनों का उपयोग बंद करने का निर्णय लिया गया है।
रेवतीपुर ब्लॉक में पंचायत सचिवों ने ऑनलाइन उपस्थिति लागू किए जाने के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व ग्राम विकास अधिकारी एसोसिएशन के प्रदेश प्रवक्ता एवं ब्लॉक अध्यक्ष विनीत कुमार राय ने किया। उन्होंने कहा कि यदि 15 दिनों के भीतर ऑनलाइन उपस्थिति का आदेश वापस नहीं लिया गया, तो सभी पंचायत सचिव और ग्राम विकास अधिकारी अपने निजी वाहनों का उपयोग बंद कर देंगे।
इस मौके पर भांवरकोल ब्लॉक में सचिव राजकुमार यादव, अजीत गौतम, ज्ञानेंद्र यादव, शशिकांत, रवि यादव, महताब आलम, परवेज अली, हरिओम, बृजेश कुमार, पिंटू सरोज परवेज अली, शिवाजी पटेल,नीतू सिंह आदि उपस्थित रहे।
अब देखना यह दिलचस्प होगा कि क्या ग्राम पंचायत सचिवों की मांगें जायज हैं? क्या सरकार ऑनलाइन उपस्थिति के आदेश को वापस लेगी?
अथवा ग्राम पंचायत सचिवों का विरोध प्रदर्शन किसी बड़े आंदोलन का रूप लेगा।
