गाजीपुर: भांवरकोल क्षेत्र में दक्षिण से गंगा और उत्तर पूरब से मगई नदी में आई बाढ़ का पानी ताल, तलैया व पोखरियों को भरने के बाद अब खेतों में खड़ी ज्वार, बाजरा, धान ,मिर्च सहित अन्य फसलों को बर्बाद करता हुआ आगे बढ़ रहा है ,हालांकि पानी की रफ्तार काफी कम है। गंगा में आई बाढ़ से शेरपुर पंचायत के सेमरा, बच्छल कापुरा, छानबे, सत्तर का डेरा, पचासी , मुबारकपुर, धर्मपुरा आदि पुरवों के अलावा,पलिया, लोहारपुर, फिरोजपुर, जगहतपुर,कठार, आमघाट ,रानीपुर, महेशपुर द्वितीय, फखनपुरा, कबीरपुर ,बढ़नपुरा को प्रभावित करता हुआ बाढ़ का पानी एन एच 31 पर बनी बढ़नपुरा संकरी पुलिया के नीचे से बाढ़ का पानी नाममात्र की शेष रह गई ओकी नदी के रास्ते दोनपाह व किशुनपुरा होते लोचाइन तक पहुंच गया है। पातालगंगा ज्यादा नुकसान सेमरा शेरपुर से लोहारपुर पलिया तक गंगा और राष्ट्रीय राजमार्ग 31 के मध्य पड़ने वाले अधिकांश गांवों ,मुहल्लों व डेरों पर पड़ा है वहां की खेती तो बर्बाद हो ही गई है बस्ती में पानी घुसने और मार्गों पर बाढ़ का पानी लगने से आवागमन में भी परेशानी हो रही है। उधर मगई नदी में आई बाढ़ का पानी भी फैलना शुरू हो गया है और मगई के बाढ़ का पानी सोनबरसा (मठिया),गोड़उर, सरदरपुर, नसीराबाद, फतुलहा, महेंद, मसौनी, सियाड़ी तथा बलियरिया के सिवानों में पहुंचकर हजारों बीघा खेत में बोई गई धान की फसलों को बर्बाद कर रहा है। मगई नदी की बाढ़ के पानी से कोटवा लट्ठूडीह मार्ग पर गोड़उर तालखुदिया के पास निर्माणाधीन पुलिया की बगल में बना कच्चा डायबर्जन बह गया है जिससे उसे क्षेत्र के लोगों का आवागमन लगभग बंद सा हो गया है। अधिकांश लोग अब मार्ग बदलकर आवागमन कर रहे हैं। निरिक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी डा० हर्षिता तिवारी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित सभी परिवारों को प़शासन की ओर से हरसंभव मदद दी जा रही है। बाढ़ शरणालर्यों में सभी लोगों को भोजन आदि जरूरत की चीजें मुहैया कराई गई है। प्रभावित परिवारों को राशन पैकेट आदि वितरण कराया जा रहा है। बाढ पर प्रशासन की ओर से पुरी नजर रखी जा रही है है
गंगा और मगई नदी की बाढ़ ने लोगों की मुश्किलों में किया इजाफा
