गाजीपुर : शहर के प्रतिष्ठित छावनी लाइन स्थित ‘सम्राट ढाबा’ में खाने में घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। ढाबे में परोसे गए दही के अंदर चूहा मिलने की घटना के बाद हड़कंप मच गया। सोशल मीडिया पर खबर फैलते ही खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग हरकत में आया और त्वरित कार्रवाई करते हुए ढाबे को सील कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मोहम्मदाबाद से आए कुछ ग्राहक ढाबे पर खाना खा रहे थे, तभी उन्हें परोसे गए दही में एक चूहा मिला। इसकी शिकायत सोशल मीडिया के माध्यम से उजागर हुई। मामले की गंभीरता को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने ढाबा संचालक से पूछताछ की, जिसमें संचालक ने घटना की पुष्टि की।
जांच में मिलीं कई खामियां:
सहायक आयुक्त खाद्य के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की एक टीम जिसमें अरविंद प्रजापति, पंकज कनौजिया और विपिन गिरी शामिल थे, ने ढाबे का औचक निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान वहां गंदगी का अंबार और कई अनियमितताएं पाई गईं।
गंदगी और हाइजीन: ढाबे में साफ-सफाई की स्थिति बेहद खराब थी।
बर्तन धोने की जगह: बर्तन धोने का स्थान पीछे की ओर खेतों की तरफ खुला हुआ था, जिससे चूहे और कीड़े-मकोड़े आसानी से किचन तक पहुंच सकते थे।
जंग लगे बर्तन: खाना पकाने और रखने के लिए स्टेनलेस स्टील के बजाय अन्य धातुओं के बर्तनों का उपयोग हो रहा था, जिनमें जंग लगी हुई थी।
पेस्ट कंट्रोल का अभाव: ढाबे में चूहों और कीड़ों से बचाव की कोई व्यवस्था नहीं थी।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि ढाबे में ‘अन-सैनिटरी कंडीशन’ में खाद्य सामग्री रखी गई थी। यह खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के नियमों का उल्लंघन है। जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ को देखते हुए ढाबे को तत्काल प्रभाव से बंद करा दिया गया है।
♦विभाग ने ढाबे के मुख्य दरवाजे को सील कर दिया है और वहां नोटिस चस्पा कर दिया गया है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि जब तक ढाबा संचालक साफ-सफाई और सुरक्षा मानकों में सुधार नहीं करते, तब तक यहां खाना बनाने और परोसने पर रोक रहेगी। यदि सुधार नहीं किया गया, तो ढाबे का लाइसेंस भी निलंबित किया जा सकता है।
