लखनऊ। जन सरोकारों और अधिकारों की आवाज़ को समर्पित पत्रिका “लोक अधिकार” को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। भारत सरकार के प्रेस रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया (PRGI), जिसे पहले RNI रजिस्ट्रार ऑफ न्यूजपेपर्स फॉर इंडिया के नाम से जाना जाता था, ने पत्रिका के पंजीकरण को मंज़ूरी दे दी है। यह न केवल पत्रिका के लिए बल्कि संपूर्ण पत्रकारिता जगत के लिए हर्ष और गौरव का क्षण है।अब ‘लोक अधिकार’ मासिक पत्रिका को कानूनी मान्यता और आधिकारिक पहचान मिल गई है।
संपादक प्रवीण राय ने व्यक्त की प्रसन्नता पत्रिका के संपादक प्रवीण राय ने इस उपलब्धि पर अपनी और पूरी टीम की ओर से गहरी प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए एक बेहद खुशी की बात है। PRGI पंजीकरण केवल एक कागज़ी प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह सत्य और निष्पक्ष पत्रकारिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की आधिकारिक मुहर है। ‘लोक अधिकार’ अब और भी अधिक ज़िम्मेदारी और समर्पण के साथ समाज के अंतिम व्यक्ति की आवाज़ बनकर उभरेगा तथा हमारा उद्देश्य हमेशा लोकहित में काम करना रहा है।
