कुशीनगर । नेबुआ नौरंगिया थाना के कोटवा बाजार स्थित एक निजी हास्पिटल में बच्चेदानी के ट्यूमर और सूजन का गलत ऑपरेशन किए जाने से महिला की हालत गंभीर हो गई है। फर्जी डॉक्टर के ऑपरेशन से महिला की किडनी संक्रमित हो चुकी है और वह इस समय गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से दोषी अस्पताल संचालक व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
हनुमानगंज थाना क्षेत्र के मलहिया गांव निवासी स्वामीनाथ ने बताया कि उनकी पत्नी लालती देवी को बच्चेदानी में ट्यूमर और सूजन की समस्या थी। 20 मार्च 2025 को उन्होंने पत्नी को कोटवा बाजार स्थित खुशी हॉस्पिटल में भर्ती कराया।आरोप है कि संचालक ने खुद को डॉक्टर बताते हुए भरोसा दिलाया कि गोरखपुर से विशेषज्ञ बुलाए जाएंगे,लेकिन 26 मार्च की रात उन्होंने स्वयं ही ऑपरेशन कर दिया।पीड़ित के मुताबिक, छह दिन तक अस्पताल में रखकर इलाज व दवाओं के नाम पर भारी रकम वसूली गई। आयुष्मान कार्ड “खराब” बताकर 25 हजार रुपये नकद भी लिए गए। 30 मार्च को डिस्चार्ज के बाद महिला की तबीयत और बिगड़ गई। गोरखपुर के एम्स व निजी अस्पतालों में जांच से पता चला कि गलत ऑपरेशन में मूत्राशय की नली बंद कर दी गई, जिससे किडनी मे संक्रमण हो गया।फिलहाल लालती देवी का इलाज गोरखपुर के निजी अस्पताल में चल रहा है, जहां शुक्रवार को उसकी पुनः सर्जरी होनी है। अब तक लगभग डेढ़ लाख रुपये खर्च हो चुके हैं और एक लाख रुपये की और जरूरत बताई जा रही है। स्वामीनाथ ने बताया कि इलाज के लिए खेत और जेवर बंधक रखने पड़े हैं।इस संबंध में नेबुआ नौरंगिया के प्रभारी चिकित्साधिकारी सीमांत वर्मा ने बताया कि अस्पताल संचालक को नोटिस जारी कर संबंधित दस्तावेजों सहित उपस्थित होने के लिए तलब किया गया है। जांच में दोषी पाए जाने पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।



