सेवराई।तहसील क्षेत्र के पचौरी गांव में श्री दुर्गा पूजा समिति के सौजन्य से हर वर्ष की इस साल भी अष्टमी के दिन होने वाले अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आगाज मंगलवार की रात्रि 9 बजे से हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व मंत्री एवं जमानियां विधायक ओम प्रकाश सिंह ने विधिवत फीता काटकर किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अजीत प्रताप सिंह गौतम रहे। सरस्वती वंदना से शुरू हुआ कवि सम्मेलन रात के 2:30 बजे तक चलता रहा। उपस्थित श्रोताओं ने कवि सम्मेलन का खूब आनंद लिया। कवि सम्मेलन का शुभारंभ हेमंत उपाध्याय “निर्भीक” की ओजस्वी रचना “तिरंगे में लिपट मां देख तेरा लाल आया है, नालायक जिसको कहती थी वतन के काम आया है” को लोगों ने खूब सराहा। अंतरराष्ट्रीय कवयित्री संज्ञा तिवारी ने अपनी ग़ज़ल “मुहब्बत के अगर दो बोल कोई बोल देता है, तो लगता है की जैसे कानों में रस घोल देता है। मुहब्बत ऐसी बोली है कि जिसको सुनके ऐ संज्ञा, भले दुश्मन हो कोई हो द्वार दिल के खोल देता है” सुनाकर मंच को ऊंचाई प्रदान की। चित्रकूट से पधारे वीर रस के कवि जय अवस्थी की रचना “शत्रु के माथे की ठोकर का निशान लिखता हूँ, मैं कविता में सैनिकों का हिंदुस्तान लिखता हूँ” को उपस्थित श्रोताओं ने खूब सराहा। देवरिया से पधारे हास्य के बेजोड़ रचनाकार बादशाह प्रेमी की कविता “सुना है इश्क में गधे भी सूखी घास खाते हैं, वो पागल लोग हैं जो प्यार में सल्फास खाते हैं। मुहल्ले में हमारे एक आशिक हैं बहत्तर के, रजाई ओढ़कर बादाम च्यवनप्राश खाते हैं” पर खूब ठहाके लगे। चंदौली से आये कवि सुरेश अकेला ने राष्ट्र का वंदन करते हुए कहा “सारी दुनियां से न्यारा है हमारा वतन, जान से भी है प्यारा हमारा वतन”।सुप्रसिद्ध हास्य कवि फजीहत गहमरी की रचना ” मेरी जिंदगी में आई है भौकाल की तरह, काली घनेरी जुल्फें हैं बंगाल की तरह। मैं प्यार मुहब्बत की बात किस तरह करूं, दिल मेरा फूंक डाली वो नेपाल की तरह” पर खूब तालियां बजीं। ध्रुव कुमार सिंह ने अपनी कविता “रह के प्रेम से देखो ये चमन खिल जाएगा, दिल दुखाने से बता क्या तुझको मिल जाएगा” सुनाकर मंच को ऊंचाई प्रदान की। इसके अलावा नागेश शांडिल्य, हृदय नारायण शर्मा हेहर, कल्याण सिंह विशाल, रोहित पांडेय आदि कवियों ने सफल काव्यपाठ किया। अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि पूरी पवित्रता से हम शक्ति स्वरूपा जगत का कल्याण करने वाली मां की आराधना करते हैं। मां बहुत कृपालु हैं, सबका कल्याण करती हैं। ग्रामीण क्षेत्र में अनवरत 10 वर्षों से इस अवसर पर ये साहित्यिक आयोजन अपने आप में एक मिसाल है। इस समिति के सभी लोगो का मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।
इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि मन्नू सिंह के अलावा समिति के अध्यक्ष सोनू सिंह, रवि उपाध्याय,नीतीश उपाध्याय, ग्राम प्रधान विनय गुप्ता, विपिन उपाध्याय, चंद्र प्रकाश, चुनचुन बाबा, अंकित आदि लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वंश नारायण उपाध्याय एवं संचालन हास्य व्यंग्य कवि नागेश शांडिल्य ने किया।