ग्राम पंचायतो को उत्कृष्ट बनाने का कार्य करे महिला प्रधान-नूतन दुबे
कुशीनगर । उप निदेशक पंचायत हिमांशु शेखर ठाकुर के नेतृत्व में आज दिनांक 25 सितंबर 2025 को राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के *सशक्त पंचायत नेत्री अभियान* अंतर्गत महिला ग्राम प्रधानों का तीन दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन कुशीनगर के डी पी आर सी सभागार में किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी नूतन द्विवेदी ने कहा कि सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए निरन्तर प्रयासरत हैं,यदि हमारे परिवार की महिलाएं सशक्त होंगी तो हमारा देश भी सशक्त होगा, इस प्रकार सशक्त ग्राम पंचायत के लिए सशक्त महिला प्रधान का भी होना आवश्यक है सरकार का यह कदम बहुत ही प्रशंसनीय है प्रशिक्षण के बाद महिलाएं खुद अपने ग्राम पंचायत का नेतृत्व कर सकेंगी तथा गांव के महिलाओं की समस्याओं का निराकरण गांव में ही कर सकेंगी ।
प्रबंधक डी पी आर सी ने कहा कि ग्राम पंचायत को महिला हितैषी बनाया जाना है। ग्राम सभा में इस उद्देश्य को ध्यान में रखकर योजना तैयार कर कार्य कराया जाना है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ बात कर के ग्राम सभा में उत्कृष्ट कार्य कराकर पुरस्कार के लिए आवेदन भी करना है। एलएसडीजी के 9 लक्ष्य के अनुसार संचालित योजनाओं को ग्राम पंचायत विकास योजना में सम्मिलित कर पात्र लाभार्थियों तक लाभ पहुंचाया जाए।
डीपीआरसी सहप्रबंधक ब्रजेश नाथ तिवारी ने गरीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता, जल संरक्षण महिला हितैषी योजनाओं को लेकर विस्तार से जानकारी दी।
प्रशिक्षक विभा पाण्डेय ने खेल के माध्यम से नेतृत्व क्षमता के विकास को समझाया।जेंडर और संचार के बारे में महिला प्रधानों को जानकारी दी।
प्रशिक्षकअजीत तिवारी ने कहा कि महिला प्रधानों के स्वयं नेतृत्व करने से मनरेगा, आवास योजना और ग्राम स्वराज योजना जैसी विभिन्न योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन होगा, पंचायती राज व्यवस्था, ग्राम सभा, ग्राम पंचायत का गठन और प्रधान की भूमिका जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।
एडीओ पंचायत ऊषा कुशवाहा ने बताया कि महिला प्रधानों को अपने अधिकारों और दायित्वों की बेहतर समझ विकसित हुई। प्रशिक्षिका अर्पिता द्विवेदी ने महिला हिंसा के प्रति महिलाओं को जागरूक किया।
ब्रजेश तिवारी, डी पी आर सी प्रबंधक ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर अंजली देवी, स्नेहलता सिंह, नीलू सिंह, अलका खरवार, शोभा चौरसिया, तेतरी देवी, सरिता देवी,हरिपाल यादव, विनय पाण्डेय, राजनंदनी सिंह, आनन्द स्वरूप तिवारी आदि मौजूद रहे।


