गोठा की रामलीला: राम-भरत प्रेम देखकर दर्शक भावविह्वल, गूंजे जयकारे


– गोंठा में राम भरत मनावन लीला का हुआ सजीव मंचन

– हाथी, घोड़ा, ऊंट एवं विशाल सेना लेकर चित्रकूट (फरसरा खुर्द) पहुंचे भरत

– मेले का बच्चों ने खूब उठाया लुत्फ, जलेबी की दुकानों पर उमड़ी भीड़

पवन उपाध्याय 

दोहरीघाट, मऊ। ब्लॉक क्षेत्र अंतर्गत गोंठा में चल रही ऐतिहासिक रामलीला में गुरुवार को राम-भरत मिलन का हृदयस्पर्शी मंचन हुआ। रामलीला भवन से वनवास गए बड़े भ्राता श्रीराम को मनाने भरत हाथी, घोड़ा, ऊंट एवं विशाल सेना के साथ चित्रकूट (फरसरा खुर्द) पहुंचे। मंचन में चारों भाइयों के प्रेम को देखकर दर्शक भावविह्वल हो उठे और जय श्रीराम के जयघोष से पूरा वातावरण गूंज उठा। वहीं, मेले में बच्चों ने झूले, खिलौनों व जलेबी का भरपूर आनंद लिया।

भरत की अयोध्या से यात्रा

रामलीला भवन (अयोध्या) से गुरुवार दोपहर भरत, शत्रुघ्न, तीनों माताएं, गुरु वशिष्ठ और अयोध्यावासी रथ पर सवार होकर हाथी-घोड़े सहित विशाल सेना के साथ चित्रकूट धाम बने फरसरा खुर्द के लिए निकले। जैसे ही भरत की सेना चित्रकूट धाम पहुंची, लक्ष्मण जी क्रोधित होकर राम के पास पहुंचे और कहा कि भरत विशाल सेना लेकर आ रहे हैं। प्रभु श्रीराम ने उन्हें समझाया। तभी भरत दौड़कर आए और रोते हुए राम के चरणों में गिर पड़े। उन्होंने पिता दशरथ की मृत्यु का समाचार सुनाया और प्रभु श्रीराम से अयोध्या लौटकर राजगद्दी संभालने की प्रार्थना की।

राम ने पिता को दिए वचन का हवाला देते हुए लौटने से इंकार किया। तब भरत ने प्रभु से चरण पादुका मांगी और प्रण किया कि वे गद्दी पर नहीं बैठेंगे बल्कि राम के सेवक बनकर ही अयोध्या की सेवा करेंगे। भरत प्रभु के खड़ाऊ लेकर अयोध्या लौट गए।

भव्य स्वागत और पुष्पवर्षा

ग्रामीणों ने भरत की विशाल सेना का भव्य स्वागत किया। घरों की छतों से पुष्पवर्षा की गई। हाथी, घोड़े और ऊंट पर सवार आकर्षक झांकियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। झांकियों में राजा-महर्षि बने नन्हें बच्चे दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहे।

मेले की रौनक और परंपरा का बदलाव

भरत मनावन के अवसर पर लगे मेले में चाट, फुल्की, चाउमीन, गुब्बारे, खिलौनों की दुकानों पर खूब भीड़ रही। हालांकि मेले की पहचान रही गुड़ की पट्टी इस बार नदारद रही। कभी यही पट्टी मेले की शान हुआ करती थी, जिसे बड़े चाव से बच्चे और युवक खरीदते थे।

भक्ति जागरण में झूमे श्रद्धालु

रामलीला समिति द्वारा आयोजित भक्ति जागरण में गायक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भक्ति गीत प्रस्तुत किए। “श्रीराम बैठे हैं मेरे सीने में…” भजन पर श्रोता झूम उठे और गीत को बार-बार सुनाने की फरमाइश करते रहे।

लाइव प्रसारण से जुड़े प्रवासी

गोंठा का ऐतिहासिक भरत मनावन कार्यक्रम इस बार लाइव प्रसारण के जरिए सऊदी अरब, दुबई और ओमान सहित मुस्लिम देशों में भी देखा गया। विदेशों में रह रहे स्थानीय प्रवासियों ने प्रसारण देखकर खुशी जताई और इसे कौमी एकता की मिसाल बताया। यहां हिंदू-मुस्लिम मिलकर रामलीला का मंचन करते हैं।

Edited by Umashankar 

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