भाँवरकोल। स्थानीय ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत शेरपुर के शेरपुर कलां गांव इस समय दोहरी मार झेल रहा है। एक ओर बार-बार आने वाली बाढ़ से लोग परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर वन विभाग और प्रशासन की अनदेखी से किसी बड़े हादसे का खतरा लगातार बना हुआ है।
पहली ही बाढ़ में गांव के पूर्वी मोहल्ले के एक मात्र सम्पर्क मार्ग के पास का बरगद का विशाल पेड़ गिरकर सड़क तोड़ दिया था, आवागमन प्रभावित हो गया था, वन विभाग मौके पर पहुंचकर सिर्फ मुआयना करके लौट गया, लेकिन अब तक पेड़ नहीं हटाया गया। इस कारण स्कूल बसों और प्राइवेट वाहनों के पानी में गिरने या हादसे का खतरा मंडरा रहा है।
ग्रामीणों ने अपनी ओर से पेड़ को कटवाकर हटाने की कोशिश भी की, लेकिन असफल रहे। नतीजा यह है कि समस्या जस की तस बनी हुई है।
गांव का पूर्वी मोहल्ला सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां हजारों लोगों को रोज़ाना 1 किलोमीटर लंबा चक्कर लगाकर आना-जाना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन ने जल्द समाधान नहीं किया तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, ताकि लोगों की दैनिक मुश्किलें कम हों और किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
ग्रामीणों की मांग है कि वन विभाग जल्दी से संज्ञान लेकर पेड़ को काटकर हटाए अन्यथा ग्रामीण आंदोलन को बाध्य होंगे।