सेवराई में भाकपा (माले), अखिल भारतीय किसान महासभा, अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा और ऐपवा ने संयुक्त रूप से धरना प्रदर्शन किया संगठनों ने कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं।
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि गहमर, खुदरा, देवल समेत कई तहसीलों में बाड़ दीयर और बंजर भूमि है। उनकी मांग है कि इस भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराकर गरीबों को आवासीय और कृषि पट्टा दिया जाए।
उन्होंने पट्टों के नाम पर दलितों से की गई वसूली की जांच की मांग की। साथ ही माइक्रो फाइनेंस कंपनियों सहित सभी कर्जों की माफी की मांग रखी। बिजली बिलों में सुधार की मांग करते हुए 100 यूनिट मुफ्त बिजली देने की मांग की।
मनरेगा में 200 दिन काम और 600 रुपये दैनिक मजदूरी की मांग की गई। आवास के लिए 5 लाख और शौचालय के लिए 50 हजार रुपये की मांग की। किसानों-मजदूरों के लिए 10,000 रुपये मासिक पेंशन की मांग भी रखी गई।
बाढ़ से हुए नुकसान का मुआवजा 20,000 रुपये प्रति बीघा देने की मांग की गई। दिलदारनगर पशु मेले में पुलिस हस्तक्षेप बंद करने और गायों की खरीद-बिक्री पर लगी रोक हटाने की मांग भी की गई। आवारा पशुओं और जंगली जानवरों से होने वाले फसल नुकसान का मुआवजा देने की मांग भी प्रमुख रही।