गंगा नदी के जलस्तर में स्थिर होने के संकेत के बावजूद बाढ़ का पानी शेरपुर पंचायत सहित तटवर्ती गांवों के सिवानों में अब भी पसर रहा है। पूर्व में आई बाढ़ में ही फसलों सहित चारा आदि बाढ़ की भेंट चढ़ गया। सबसे परेशानी पशुओं के चारे को लेकर है। हालांकि पहली बार आई बाढ़ के पानी से इस बार जलस्तर अभी लगभग एक मीटर नीचे है। लेकिन प्रभावित गांवों के लोग हलकान है। ज्ञात हो की पूर्व में आई बाढ़ करईल इलाके के लिए के कुछ गांवों तक ही पहुंचा था। नदी के जलस्तर में जल स्थिर की सूचना से लोगों ने कुछ राहत की सांस ली । इस इलाके में बड़े पैमाने पर मिर्च, टमाटर सहित अन्य सब्जियों की खेती की गई है। ऐसे में यदि पानी करईल इलाके में पहुंचा तो किसानों की कमर टुट ही जाएगी। आसन्न बाढ़ को लेकर किसानों की धुकधुकी बढ़ा दी है।बहरहाल बाढ़ से जूझ रहे ग्रामीणों को बाढ़ राहत का इंतजार है।