जनपद के गंगा तटीय इलाकों में गंगा का जल स्तर फिर बढ़ाव पर हो गया है। गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में चिंता का माहौल है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, गंगा का जलस्तर 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है और दोपहर 2 बजे तक जलस्तर 60.810 मीटर पहुंच गया, जबकि खतरे का स्तर 63.105 मीटर है। जिला आपदा विशेषज्ञ अशोक राय ने बताया कि जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और स्थिति पर नजर रख रहा है।
गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण शेरपुर और रेवतीपुर क्षेत्र की कई सड़कें बाढ़ के पानी से प्रभावित हुई हैं। पिछले कुछ वर्षों में बाढ़ के दौरान तटवर्ती क्षेत्र में सैकड़ों बीघे फसल और खेत जलमग्न हो गए थे। जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मुआयाना कर मुआवजा देने की तैयारी कर रहा है।
पिछले वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2021 में गंगा का उच्चतम जलस्तर 64.680 मीटर था। 2022 में यह 64.390 मीटर और 2024 में 63.670 मीटर दर्ज किया गया था। जिला प्रशासन ने बताया कि गंगा के जलस्तर में बढ़ाव बना हुआ है और विभागीय अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उत्तराखंड से आ रहे पानी की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ रहा है।