नगर पंचायत बहादुरगंज में पशुपालकों को अपने पशुओं में लम्पी रोग होने को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।अस्पताल पर डाक्टर के नहीं मिलने से पशुपालकों को अपने पशुओं का उपचार कराने में बहुत दिक्कत हो रही है। इसकी चपेट में आने वाले पशु पूरी तरह निर्जीव हो जा रहे हैं, जबकि रोग से बचाव के लिए टीकाकरण कार्य नहीं होने से पशुपालकों में रोष व्याप्त है। पशु पालक आनंद राय ने बताया कि नगर पंचायत बहादुरगंज के साथ साथ समीप के अन्य गाँव रसूलपुर, सातनपुर, रामगढ़ सूरवत,पाली, सिऊरा, देवली, इत्यादि पशुपालक बाहुल्य क्षेत्र है। और पशुपालन यहां का प्रमुख ब्यवसाय है। बड़ी संख्या में किसान पशुपालन के माध्यम से अपनी आजीविका चलाते हैं।
इस समय क्षेत्र के अधिकांश पशु लम्पी रोग से ग्रसित हैं। बीमार पशुओं के पैरों में सूजन के साथ आंख से पानी भी आ रहा है। पशु चारा भी कम खा रहे हैं। ऐसे में पशु पालक काफी परेशान हैं।
उन्होंने बताया कि पशु चिकित्सालय में डाक्टर की तैनाती तो है, लेकिन अस्पताल पर अक्सर नहीं मिलते हैं। ऐसे में पशुपालकों को उनके पशुओं का उचित उपचार नहीं मिल पा रहा है।
डॉक्टर की लापरवाही पर रोष जताते हुए पशुपालक मनोज राय,बड़े कुशवाहा, सुरेन्द्र राजभर, दिनेश, विशाल,अजय समेत बड़ी संख्या में पशुपालकों ने कहा कि प्रशासन द्वारा संज्ञान लेकर जल्दी ही टिकाकरण अभियान नही चलाया गया तो क्षेत्र के पशु पालकों को बहुत आर्थिक क्षति हो सकती है।
मनोज राय ने क्षेत्र के पशु पालकों से लम्पी रोग से बचाव हेतु सुरक्षा के उपाय भी बताये।
रोग से बचाव के उपाय – पशुओं के बाड़े को सूखा और साफ-सुथरा रखे। नियमित रुप से मच्छर और मक्खी रोधी दवाओं प्रयोग करें। बीमार पशुओं के घावों की नियमित रुप से सफाई करें। बीमार पशुओं के सम्पर्क में आने से अपने हाथों को साबुन से धोएं। पशुओं को मच्छर और मक्खी आदि से बचाव के उपाय करें। स्वस्थ पशुओं को बीमार पशुओं से अलग रखे। वर्तमान मौसम में पशु पालक पशुओं के प्रति काफी सावधानी बरतें तो कुछ हद तक सुरक्षा हो सकती है।